मेलघाट टायगर प्रोजेक्ट के पर्यटन ‘लॉकडाउन’
विश्रामगृह में ताले, ज्ञानगंगा, काटेपूर्णा, नरनाला, जंगल सफारी, हाथी सफारी बंद
परतवाडा/ दि.14– ओमिक्रॉन महामारी के बढते संक्रमण के कारण मेलघाट टायगर प्रोजेक्ट के अंतर्गत विभिन्न पर्यटन उपक्रम, अगले आदेश तक बंद रखने के आदेश जारी किये गए है. ज्ञानगंगा, काटेपुर्णा, नरनाला, सेमाडोह, चिखलदरा, आमझरी, वन उद्यान आदि जगह पर्यटकों के प्रवेश पर बंदी लायी गई. टायगर प्रोजेक्ट अंतर्गत पर्यटन संकुल व विश्राम गृह में ताले लगाए गए. जंगल सफारी भी बंद कर दी है.
कोरोना व ओमिक्रॉन महामारी के बढते संक्रमण को देखते हुए शासन ने आदेश जारी किये है. अमरावती, अकोला, बुलढाणा के जिलाधिकारियों ने भी आदेश जारी किये है. इसपर मेलघाट टायगर प्रोजेक्ट के प्रधान मुख्य वन संरक्षक तथा क्षेत्र संचालक ज्योती बैनर्जी ने 10 जनवरी से अगले आदेश आने तक मेलघाट टायगर प्रोजेक्ट क्षेत्र के विभिन्न पर्यटन उपक्रम, निवास स्थान, जंगल सफारी, हाथी सफारी, ट्रेैकिंग, वन उद्यान, उपहार गृह आदि बंद करने के आदेश दिये है.
विश्राम गृह में ताले
मेलघाट टायगर प्रोजेक्ट अंतर्गत ज्ञानगंगा, काटेपुर्णा, नरनाला का भाग, अकोला, बुलढाणा, पांढरकवडा व मेलघाट टायगर प्रोजेक्ट का अति संरक्षित परिसर के अंतर्गत पर्यटक संकुल, आमझरी, सेमाडोह, कोलकास, चौराकुंड, रायपुर, खानापुर, ढाकणा आदि विश्रामगृह का समावेश किया गया है. पर्यटक के लिए 10 जनवरी से आगे अगले आदेश तक पूरी तरह से बंद कर दिये है.
हाथी गए छूट्टी पर
जंगल सफारी बंद करने के साथ ही कोलकास की हाथी सफारी भी बंद कर दी हेै. 15 जनवरी तक आयुर्वेदिक औषधोपचार के लिए छुट्टी पर रहने वाल चारों हाथी अब नये नियम से छुट्टी पर गए है.
चिखलदरा पर्यटन स्थल बंद
विदर्भ के नंदनवन चिखलदरा पर्यटन स्थल अगले आदेश तक पर्यटकों के लिए बंद कर दिये है. जिलाधिकारी के आदेशानुसार पांच या इससे अधिक लोग इकट्ठा रहने पर पाबंदी लगाई गई है. जरुरी काम के बगैर रात के समय में न निकले, किसी भी तरह के समारोह में ज्यादा से ज्यादा 50 लोगों से अधिक लोग इकट्ठा नहीं कर सकते. यहां के नागरिक व पर्यटकों ने सहयोग नहीं किया तो जुर्माने की और फौजदारी की कार्रवाई की जाएगी.
– सुधाकर पानझाडे, मुख्याधिकारी