खाद्यान्न पर जीएसटी के खिलाफ शहर में रहा ‘व्यापार बंद’
अमरावती चेंबर ऑफ कॉमर्स के आवाहन पर जताया गया विरोध
* अनाज व किराणा की होलसेल दुकाने रही पूरा दिन बंद
* सक्करसाथ व फसल मंडी में दिनभर फैला रहा सन्नाटा
* सभी दाल मिलों में पूरा दिन बंद रहा काम
* सीपीडीए, रिटेल किराणा व अडत एसो. का भी बंद को रहा समर्थन
अमरावती/दि.16– अनाज व किराणा जैसे खाद्यान्नों पर पांच फीसद जीएसटी लगाये जाने के फैसले का विरोध करते हुए अमरावती चेंबर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज द्वारा आज शनिवार 16 जुलाई को एक दिवसीय व्यापार बंद का आवाहन किया गया था. जिसमें सक्करसाथ परिसर स्थित होलसेल ग्रेन एन्ड शूगर मर्चंट एसो., फसल मंडी के ग्रेन मर्चंट एसो. तथा दाल मिल एसो. द्वारा सक्रिय सहभाग लेते हुए आज शहर के होलसेल अनाज व किराणा व्यवसाय को बंद रखा गया. इसके साथ ही इस बंद को फसल मंडी के अडत एसो. द्वारा अपना समर्थन दिया गया, जिसके चलते आज पूरा दिन अमरावती फसल मंडी में भी कृषि उपज की खरीदी-बिक्री का काम बंद रहा. इसके अलावा इस बंद को कंझ्युमर प्रॉडक्ट डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन (सीपीडीए), अमरावती रिटेल किराणा एसो. द्वारा भी अपना समर्थन दिया गया था. जिसके चलते आज पूरा दिन जीएसटी के दायरे में आनेवाले बडे रिटेल किराणा दुकानदारों द्वारा भी अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा गया.
उल्लेखनीय है कि, हाल ही में केंद्र सरकार ने अनाज व किराणा जैसे खाद्यान्न को जीएसटी के दायरे में लाने की घोषणा करते हुए खाद्यान्न पर पांच फीसद जीएसटी लगाने का निर्णय लिया है. जिसका अनाज व किराणा व्यवसायियों द्वारा विरोध करते हुए कहा जा रहा है कि, खाद्यान्न जैसी जीवनावश्यक वस्तुओं को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा जाना चाहिए और केंद्र सरकार द्वारा अपने फैसले पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए. इसके साथ ही अनाज व किराणा व्यवसायियों का यह भी कहना रहा कि, केंद्र सरकार के इस फैसले की वजह से अनाज व किराणा के परंपरागत व्यवसायी बर्बाद हो जायेंगे और इस फैसले के चलते खाद्यान्न सेक्टर में काम करनेवाले बडे व ब्राण्डेड समूहों को फायदा होगा. ऐसे में सरकार ने अपने इस फैसले पर दोबारा विचार करना चाहिए.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए अमरावती चेंबर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विनोद कलंत्री व उपाध्यक्ष मनोज खंडेलवाल ने बताया कि, खाद्यान्नों को जीएसटी के दायरे में लाये जाने के खिलाफ चेंबर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज द्वारा राज्यस्तर पर आवाज बुलंद की जा रही है, जिसके तहत आज अमरावती में एक दिवसीय बंद का आवाहन किया गया. चेंबर द्वारा किये गये इस आवाहन का अमरावती होलसेल ग्रेन एन्ड शूगर मर्चंट एसो. के अध्यक्ष गोविंद सोमाणी, एपीएमसी ग्रेन मर्चंट एसो. के अध्यक्ष दीपक जाजू व सचिव राजेंद्र नांगलिया, दालमिल एसो. के अध्यक्ष विजय मोहता व सचिव गिरीश भैय्या ने समर्थन देने के साथ ही इस बंद में सक्रिय सहभाग लिया. साथ ही सीपीडीए के प्रदेश सचिव श्याम शर्मा व जिलाध्यक्ष संदीप खेडकर, रिटेल किराणा एसो. के अध्यक्ष आत्माराम पुरसवानी व सचिव सचिन जोशी तथा अडत व्यापारी एसो. के अध्यक्ष राजेश पाटील व सचिव धीरज बारबुध्दे ने भी इस बंद को अपना समर्थन दिया. ऐसे में आज जहां पूरा दिन शहर में अनाज व किराणा की सभी होलसेल दुकानें बंद रही, वहीं अमरावती फसल मंडी में भी खरीददारों व अडत व्यापारियों द्वारा अपने व्यापार-व्यवसाय को दिनभर बंद रखा गया. इसके अलावा सभी दाल मिलों में भी पूरा दिन कोई कामकाज नहीं हुआ. इन सबके साथ ही आज शहर में उपभोक्ता उत्पादों के वितरण का कामकाज भी ठप्प रहा और छोटी-मोटी किराणा दुकानों को छोडकर जीएसटी के दायरे में आनेवाले किराणा दुकानदारों द्वारा अपनी किराणा दुकानों को बंद रखा गया.
* एपीएमसी में बंद रहे अडत प्रतिष्ठान
खाद्यान्न पर पांच फीसद जीएसटी लगाये जाने से संबंधित फैसले का विरोध करते हुए चेंबर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज द्वारा आवाहनीत बंद में अमरावती फसल मंडी के अडत व्यवसायियों द्वारा भी हिस्सा लिया गया. जिसके चलते आज मंडी परिसर में सभी अडत प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद रहे. साथ ही कई अडत व्यवसायियों ने एक साथ आकर केंद्र सरकार के फैसले का निषेध भी किया.
* सक्करसाथ से कलेक्ट्रेट तक निकाली गई बाईक रैली
चेंबर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज के आवाहन पर बंद में हिस्सा लेने के साथ विभिन्न व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने आज सक्करसाथ चौक में उपस्थित होेकर केंद्र सरकार की व्यापार विरोधी नीतियों को लेकर अपना विरोध प्रदर्शित किया. जिसके उपरांत सभी व्यापारी बाईक रैली की शक्ल में जिलाधीश कार्यालय पहुंचे. जहां पर निवासी उपजिलाधीश के जरिये देश के प्रधानमंत्री के नाम अपनी मांगों का ज्ञापन भेजा गया. इस अवसर पर
अमरावती चेंबर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विनोद कलंत्री, उपाध्यक्ष मनोज खंडेलवाल व सचिव सुरेंद्र देशमुख, अमरावती होलसेल ग्रेन एन्ड शूगर मर्चंट एसो. के अध्यक्ष गोविंद सोमाणी व सचिव प्रशांत अग्रवाल, एपीएमसी ग्रेन मर्चंट एसो. के अध्यक्ष दीपक जाजू व सचिव राजेंद्र नांगलिया, दालमिल एसो. के अध्यक्ष विजय मोहता व सचिव गिरीश भैय्या, सीपीडीए के प्रदेश सचिव श्याम शर्मा व जिलाध्यक्ष संदीप खेडकर, रिटेल किराणा एसो. के अध्यक्ष आत्माराम पुरसवानी व सचिव सचिन जोशी तथा अडत व्यापारी एसो. के अध्यक्ष राजेश पाटील व सचिव धीरज बारबुध्दे सहित नितीन राठी, पद्म जैन, शाहीद खान, साजीद अहमद, पराग करवा, अमोल अग्रवाल, विष्णु महासार, दिलीप वस्तानी, पुरूषोत्तम राठी, हरीश डेंबला, सुनील केडिया, अनुप अग्रवाल, मोहम्मद साजीद, अब्दुल वहिद, अब्दुल रहेमान, पप्पू शर्मा, दीपक खंडेलवाल, धीरज डेंबला, गौतम सकलेचा, बालू डागा, विजय डेंबला, मुकेश मंत्री, मनीष करवा, इमरान अमीन, शफीक भाई, ओम मूंधडा, दिनांत पालीनकर, पप्पू वस्तानी, विपुल आप्पा, आशीष गगलानी तथा सुखदेव रतनलाल आदी व्यवसायी उपस्थित थे.