अमरावती/दि.22– कर्मचारियों की हड़ताल से बंद पड़ी एसटी का यातायात शुरु करने के लिए महामंडल द्वारा विविध पर्यायों को अमल में ला रहा है. ठेका चालकों के बाद अब तकनीकी कर्मचारी एवं सहायक यातायात निरीक्षकों को प्रशिक्षण देकर उन्हें चूना जाएगा. वहीं यातायात नियंत्रकों को वाहक की जिम्मेदारी पूरी करनी पड़ेगी. इन कर्मचारियों को प्रोत्साहन भत्ते के रुप में हर रोज 300 रुपए दिए जाएंगे.
ढाई महीने से अधिक कालावधि से विलीनीकरण की मांग के लिए कर्मचारियों द्वारा पुकारे गए बंद पर अब तक हल नहीं निकाला गया. महामंडल एवं वेतन वृद्धि देने के बाद भी कर्मचारी काम पर आने के लिए तैयार नहीं है. इसलिए महामंडल ने निलंबन, सेवा समाप्ति व जबर्दस्ती की कार्रवाई शुरु की. पश्चात महामंडल ने ग्रामीण भाग के नागरिकों की असुविधा टालने के लिए ठेका चालकों की भर्ती की. ऐसे में अब महामंडल ने अन्य विभागों के कर्मचारियों को चालक एवं वाहक के रुप में नियुक्ति देने का निर्णय लिया है. पहले चरण में चालक पद से जिन्हें वाहन निरीक्षक एवं सहायक यातायात निरीक्षक पद पर पदोन्नति दी है, ऐसे कर्मचारियों को दो दिन का प्रशिक्षण देकर उन्हें चालक के रुप में काम दिया जाएगा. दूसरे चरण में जिन तकनीकी कर्मचारियों को भारी वाहन चलाने का परवाना है, ऐसे कर्मचारियों की विभागीय स्तर पर जानकारी हासिल कर उनसे विभागीय स्तर पर प्रादेशिक परिवहन कार्यालय में ऑनलाईन आवेदन द्वारा यात्री वाहनचालक अनुज्ञप्ती बिल्ला निकालना है. खाता वाहन व मार्ग जांच वाहनों पर चुने गए चालकों को दिया जाएगा. यातायात नियंत्रक के रुप में उन्हें पदोन्नति दी गई है. इसका इस्तेमाल वाहक के रुप में किया जाएगा.
* सात दिनों का प्रशिक्षण
यांत्रिकी कर्मचारियों को सात दिनों का वाहन चलाने का प्रशिक्षण यंत्र अभियंता चालन विभागीय यातायात अधिकारी व यातायात निरीक्षक चालक प्रशिक्षण की समिति मार्फत दिया जाएगा. जिसकी रिपोर्ट समाधानकारक होगी, उनकी चालक के रुप में नियुक्ति की जाएगी.
हड़ताल में तकनीकी कर्मचारियों ने सहायक यातायात निरीक्षक को चालक के रुप में नियुक्ति की जाएगी तो यातायात नियंत्रण व वाहकोकं की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. इस संदर्भ में परिपत्रक हाल ही में प्राप्त हुआ है. जिसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
– श्रीकांत गभणे, विभाग नियंत्रक