टारगेट पूर्ण करने के लिए जगह-जगह ट्रैफिक जवान तैनात
पार्किंग में खडे वाहनों के भी फोटो निकालकर काटे जा रहे चालान

* चौराहे छोडकर बस्तियों में घूम रहे है शहर यातायात के जवान
* मनमाने तरीके से हो रही है वसूली
अमरावती/दि.28 – अमरावती शहर में इन दिनों मार्च एंडिंग के नाम पर अपना टारगेट पूरा करने के लिए ट्रैफिक जवान मुख्य मार्ग व चौराहों को छोडकर शहर की विभिन्न बस्तियों के भीतर घुमते दिखाई दे रहे है और मनमाने तरीके से चालान फाडे जा रहे है. साथ ही वसूली भी जमकर शुरु है. पार्किंग में खडे वाहनों के फोटो निकालकर वाहन चालान किये जा रहे है. जिससे नागरिकों में तीव्र असंतोष व्याप्त है.
मार्च एंडिंग का समय आया कि, बैंक के अधिकारी, कर्मचारी सहित सभी व्यापारी और उद्योजक ऑडिट के काम में लगे रहते है. साथ ही शासकीय कार्यालयों को अपना लक्ष्य भी पूरा करना पडता है, ऐसे में पुलिस विभाग के शहर यातायात शाखा द्वारा भी अपना टारगेट पूर्ण करने के लिए इन दिनों भागदौड की जा रही है. शहर ट्रैफिक विभाग के जवान लंबित चालानों की वसूली के साथ हर दिन शहर के विभिन्न इलाकों में घुमकर वाहन चालकों को चालान दे रहे है. चौराहे और मुख्य मार्गों को छोडकर यह जवान नागरी बस्तियों में घूमकर वाहन चालकों को पकडकर उन्हें चालान दे रहे है. हद तो यहां तक हो रही है कि, पार्किंग में खडे वाहनों के फोटो निकालकर वाहन संचालकों को चालान भेजे जा रहे है. इस कार्रवाई के दौरान ट्रैफिक जवानों द्वारा वसूली भी की जा रही है. चालान का डर बताकर संबंधित वाहन चालकों से पैसों की उगाही भी की जा रही है. शहर के फिक्स प्वॉईंट छोडकर ट्रैफिक जवान अब मार्च के अंतिम सप्ताह में अपना लक्ष्य पूरा करने के लिए बस्तियों में और गलियों में घूमते देखे जा रहे है. अनेक स्थानों पर इन ट्रैफिक जवानों से विवाद होते भी नजर आ रहे है. साथ ही चारपहिया वाहन चालकों को शहर में सीट बेल्ट न लगाने पर भी चालान दिये जा रहे है. जबकि अनेक वाहन चालक बिना सिटबेल्ट के सडक किनारे अपने वाहन खडे रख ट्रैफिक जवानों से ही बात करते नजर आते है. लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती.
* शहर में पार्किंग की व्यवस्था कहां?
अमरावती मनपा क्षेत्र में कुछ व्यापारी संकुलों को छोड दे तो कहीं भी वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था नहीं है. इस कारण वाहन चालकों को मजबूरन अपने वाहन सडक पर खडे करने पडते है और ऐसे समय ट्रैफिक जवान अधिक जुर्माने का दम देकर उन्हें चालान देने की बजाय पैसों की वसूली करते है, ऐसी भी चर्चा है. पार्किंग के अभाव में बाजार में आने वाले आम नागरिकों को अपने वाहन खडे करने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पडता है.
* ऑटो रिक्शा चालकों पर कोई कार्रवाई नहीं
अमरावती शहर में विभिन्न स्थानों पर ऑटो स्टैंड है, लेकिन इन ऑटो स्टैंड पर ऑटो रिक्शा चालक अपने वाहन न खडे करते हुए मनमाने तरीके से सडक पर अपने ऑटो रिक्शा खडे करते है और उनके कारण यातायात में दुविधा भी निर्माण होती है. लेकिन ट्रैफिक जवानों द्वारा उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती. जबकि होटल अथवा अन्य कार्यालय या फिर प्रतिष्ठान के सामने वाहन पार्किंग के अभाव में खडे रहे तो उनके फोटो निकालकर चालान भेजे जा रहे है.
* विभिन्न मार्गों पर चल रही वसूली
शहर यातायात शाखा के जवान अब अपने फिक्स प्वॉईंट छोडकर विभिन्न मार्गों पर खडे रहकर किसी भी वाहन को रोककर चालान देने के नाम पर पैसों की वसूली में लगे हुए है. बडनेरा रोड पर भी यह जवान सुबह 9 बजे से ही खडे रहकर वसूली करते नजर आते है. साथ ही वर्तमान में तो अब चौराहों की ड्यूटी छोडकर बस्तियों में घुमकर कार्रवाई के नाम पर वसूली की जा रही है. जिससे नागरिकों में तीव्र असंतोष व्याप्त है.
* अनेक ट्रैफिक सिग्नल पर जवान नहीं
पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने शहर का यातायात सुधारने के लिए अधिकांश चौराहों पर अब ट्रैफिक सिग्नल लगा दिये है. लेकिन राजकमल चौक और पंचवटी चौक छोडकर किसी भी ट्रैफिक सिग्नल के पास ट्रैफिक जवान खडे नजर नहीं आते है. इस कारण सिग्नल तोडकर अनेक वाहन चालक अपने वाहन निकाल लेते है. जिससे दुर्घटना का भी खतरा बना रहता है.
* इर्विन चौक पर ट्रैफिक जवान नदारद
इर्विन चौराहे पर शहर यातायात शाखा का कार्यालय है. कार्यालय से कुछ ही दूरी पर चौराहे का ट्रैफिक सिग्नल है. जहां से नागपुर रोड और जिलाधिकारी कार्यालय मार्ग पर सर्वाधिक यातायात रहता है. लेकिन इस इर्विन चौराहे पर यदाकदा ट्रैफिक जवान खडे भी रहे, तो हाथ में मोबाइल लेकर वह अपने दुपहिया वाहन पर बैठे नजर आते है. उनकी नजरों के सामने से अनेक वाहन चालक सिग्नल तोडकर जाते हुए नजर आते है, लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं होती. यदि चौराहे पर ट्रैफिक जवान न रहे, तो यातायात नियमों का उल्लंघन खुलेआम होता है.
* महिलाएं और विद्यार्थी परेशान
वर्तमान में ट्रैफिक जवानों द्वारा की जा रही कार्रवाई से महिलाएं और महाविद्यालयीन विद्यार्थी अधिक परेशान है. अनेक महिलाओं के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है. साथ ही वर्तमान में शाला, महाविद्यालय की परीक्षाएं शुरु है, ऐसे में परीक्षा देने जाने वाले विद्यार्थियों के वाहन रोककर ट्रैफिक जवान उन्हें चालान का भय दिखाकर वसूली करते रहने की चर्चा है. इस संबंध में ट्रैफिक निरीक्षक रिता उईके से संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो वे उपलब्ध नहीं हो पायी है. इस कारण उनकी प्रतिक्रिया नहीं ली जा सकी.
* हर दिन जवानों को वसूली का टारगेट?
चर्चा है कि, शहर के विभिन्न इलाकों में 12 प्वॉईंट ऐेसे है कि, जहां ट्रैफिक जवानों को पूरे दिन का लक्ष्य दिया रहता है और उसके मुताबिक वसूली की जाती है और चालान थमाये जाते है. ड्यूटी पूर्ण होने के बाद अपने मातहतों के पास पहुंचकर उन्हें पूरे दिन के कार्रवाई का लेखाजोखा देना पडता है साथ ही की हुई वसूली का हिसाब भी देना पडता है.