अमरावतीमहाराष्ट्र

धर्मादाय सह आयुक्त, अमरावती कार्यालय का स्थानांतरण रोका जाए

महाराष्ट्र मंदिर महासंघ की मांग

* शहर से बाहर स्थानांतरित होने पर मंदिरों सहित बहुउद्देशीय संस्थाओं को भी होगा असुविधा
अमरावती /दि.25– धर्मादाय सह आयुक्त, अमरावती विभागीय कार्यालय का शहर से बाहर स्थानांतरण रद्द करने की मांग महाराष्ट्र मंदिर महासंघ ने की है. इस संबंध में माननीय मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, माननीय उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, और कैबिनेट मंत्री भरतसेठ गोगावले को नागपुर में चल रहे शीतकालीन अधिवेशन में ज्ञापन सौंपा गया है.
वर्तमान में अमरावती स्थित धर्मादाय प्राधिकरण का विभागीय एवं जिला कार्यालय मालटेकड़ी के पास म्हाडा कार्यालय की दूसरी मंजिल पर संचालित है. लेकिन अब इसे अमरावती विद्यापीठ के पीछे मार्डी रोड क्षेत्र में स्थानांतरित करने की योजना बनाई जा रही है. महासंघ के अनुसार, यह स्थान वन विभाग की जमीन से सटा हुआ और तालाब के पास है. साथ ही, यह क्षेत्र वन्यजीवों की आवाजाही के करीब होने के कारण कार्यालय के लिए अनुपयुक्त है. यदि कार्यालय को शहर के बाहर प्रस्तावित स्थान पर स्थानांतरित किया गया, तो यवतमाल, बुलढाणा, वाशीम, अकोला और अमरावती जिलों की संस्थाओं के ट्रस्टियों और संबंधित व्यक्तियों के लिए कार्यालय तक पहुंचना कठिन हो जाएगा.
फिलहाल यह कार्यालय महाराष्ट्र गृहनिर्माण एवं क्षेत्र विकास प्राधिकरण (म्हाडा) के विभागीय कार्यालय की इमारत की दूसरी मंजिल पर स्थित है. म्हाडा कार्यालय को नई इमारत में स्थानांतरित किया जा रहा है, जिससे मौजूदा इमारत में दो मंजिलें उपलब्ध हो सकती हैं. यदि इन्हें धर्मादाय आयुक्त के विभागीय कार्यालय को आवंटित किया जाए, तो कम खर्च में कार्यालय का प्रबंधन हो सकेगा. इससे सभी पांच जिलों के मंदिर ट्रस्टियों और संस्था के संबंधित व्यक्तियों को सुविधाजनक व्यवस्था उपलब्ध होगी.
महाराष्ट्र मंदिर महासंघ ने सरकार से आग्रह किया है कि अमरावती शहर के भीतर अन्य सरकारी स्थानों पर कार्यालय स्थापित करने पर विचार किया जाए. साथ ही, म्हाडा कार्यालय की इमारत में उपलब्ध दो मंजिलों को धर्मादाय सह आयुक्त कार्यालय के लिए आवंटित किया जाए. महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक सुनील घनवट और राज्य पदाधिकारी अनूप जयस्वाल ने इस मांग को आगे बढ़ाया है. ज्ञापन पर प्रतिक्रिया देते हुए माननीय मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मांग को उचित बताते हुए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है.

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