परतवाड़ा/मेलघाट-: अभी तक सरकारी मुलाजीमो के तबादले होने की बात हम सुनते आए थे । डाकू लोग फिरौती के लिए अपहरण करते है लेकिन मेलघाट आदिवासी अंचल में राष्ट्रीयकृत बैंक की शाखाओं को मैदानी भाग में जबरन स्थानांतरित करने का अनूठा कारनामा भी सुनने -देखने को मिला है । इस पर विधायक राजकुमार पटेल ने तीव्र आपत्ति लेते हुए जिला पालक मंत्री यशोमति ठाकुर को पत्र लिखा है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मेलघाट आदिवासी अंचल की चिखलदरा तहसील में आदिम समुदाय की सुविधा के लिए शुरू की गई तीन बैंक शाखाओं को परतवाड़ा , अचलपुर व अन्य स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है । अमरावती जिले की लीड बैंक का दर्जा प्राप्त सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने यह महाप्रताप कर दिखाया है।
चिखलदरा तहसील के गौरखेड़ा बाजार, काटकुम्भ और अंबापाटी में सेंट्रल बैंक की शाखाओं को सेवार्थ शुरू किया गया था । सेंट्रल बैंक के अधिकारियों और कर्मियों ने कुछ वर्ष पूर्व इन शाखाओं को अचलपुर, पथ्रोट, चिखलदरा में स्थानांतरित कर दिया ।परिणामस्वरूप गोरगरीब आदिवासियों को बैंक तक पहुंचने के लिए जबरदस्ती के झटके खाने पड़ रहे है । सभी जगह पर गाँव से आने -जाने के लिए वाहन उपलब्ध ना होने के कारण आदिवासियों में तीव्र संताप व्यक्त किया जा रहा । ये सभी बैंक शाखाये स्वीकृत स्थानों से ही संचालित होने पर दुर्गम और अतिदुर्गम भाग के आदिवासियो के लिए सुविधापूर्ण होंगी । इस आशय का एक पत्र राजकुमार पटेल ने पालकमंत्री यशोमति ठाकुर को लिखा है ।
मेलघाट की सेंट्रल बैंक की शाखाओं और अन्य सहकारी बैंकों में दलाल सक्रिय है । ये दलाल भोलेभाले ग्रामीणों को बहला-फुसला कर उन्हें लूटने का काम कराये है । ऐसे असामाजिक तत्वों पर भी अंकुश लगाने की मांग की गई है ।