अमरावतीमहाराष्ट्र

महात्मा फुले फिल्म को ‘जैसे थे’ प्रदर्शित करें

क्रांतिज्योति ब्रिगेड सामाजिक संगठना की मांग

* जिलाधीश कार्यालय अधीक्षक खटके को सौंपा निवेदन
अमरावती / दि. 17– महात्मा ज्योतिबा फुले के जीवन पर आधारित महात्मा फुले फिल्म को जैसे थे. वैसे ही प्रदर्शित करें, ऐसी मांग क्रांतिज्योति ब्रिगेड सामाजिक संगठना द्बारा की गई. जिसमें उन्होंने इस आशय का निवेदन जिलाधिकारी कार्यालय अधीक्षक नीलेश खटके को सौंपा.
निवेदन में कहा गया कि महात्मा फुले का जीवन उच्चवर्णीय से लेकर शुद्र के लिए समर्पित रहा है. इस फिल्म में गोबर फेंकने का जो दृश्य दिखाया गया हैै. वह सत्य घटना है. यह लडका एक विचारों से प्रभावित चरित्र था. ऐसा समझना अनुचित नहीं होगा. महात्मा फुले व सावित्रीबाई फुले ने अपने कार्यो द्बारा समाज को बदलने की कोशिश की है. जिसका कई लोगों ने विरोध किया. अगर उसे समाज के सामने पेश किया जा रहा है तो व अनुचित नहीं है. इतिहास नई पीढी के सामने आना चाहिए. अनंत महादेवन की फिल्म महात्मा फुले को जैसे थे प्रदर्शित करें. अन्यथा तीव्र आंदोलन की भी चेतावनी निवेदन के माध्यम से दी गई.
निवेदन सौंपते समय एड. नंदेश अंबाडकर , गणेश मानकर, देवानंद गणेारकर, दर्शन तानापुरे, हेमंत भगत, डॉ. अशोक उमप, नारायण साकरे, शैलेश खडसे, प्रा. सुरेश यावले, नीलेश नागपुरे, राजेंद्र हाडोले, नी.दा. पवार, प्रा. रूपेश फसाटे, एड. प्रभाकर वानखडे, अनूप खासबागे, सुरेंद्र गावंडे, प्रा. एन.आर. होले, नारायण सांडे, अमोल पवार, नितिन गवली, पंजाब फरकाडे, ओमप्रकाश अंबाडकर, ज्योति बारस्कर, सुरेश अडगोकार, संतोष कुर्‍हेकर, प्रशांत शेगोकार, किरण मेहरे, नीलिमा काले, वासुदेव चौधरी, दीपक मेहरे, विनोद कुर्‍हेकर, वृषाली सोनार, वनिता फरकाडे, डॉ. गणेश खारकर, प्रभाकर घाटोल, संजय राउत, विनोद कुर्‍हेकर, दादाराव श्रीखंडे सहित क्रांतिज्योति ब्रिगेड, कृषक, युवा महिला आघाडी, सावित्रीबाई फुले, नागरी सहकारी पत संस्था, सावता परिषद, ज्योति सावित्री, माली विकास प्रतिष्ठान, माली महासंघ, महात्मा फुले, लोक विद्यापीठ के पदाधिकारी उपस्थित थे.

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