रोजाना 1200 मरीजों पर उपचार, 120 को इलाज पश्चात डिस्चार्ज
नि:शुल्क स्वास्थ्य सुविधा के चलते जिला सामान्य अस्पताल में बढी मरीजों की संख्या
अमरावती/दि.17– जब से सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा व औषधोपचार की सुविधा निशुल्क हुई है, तब से जिला सामान्य अस्पताल व स्वास्थ्य जांच हेतु आने वाले मरीजों की संख्या में अच्छी खासी वृद्धा हो गई है. इस अस्पताल में बाह्य रुग्ण विभाग मेें रोजाना औसतन 1200 मरीज स्वास्थ्य जांच व इलाज हेतु आते है. जिनमें से रोजाना करीब 500 मरीजों को इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती किया जाता है. वहीं अस्पताल से हर दिन 100 से 120 मरीजों को इलाज पश्चात ठीक हो जाने पर अस्पताल से डिस्चार्ज दिया जाता है, ऐसी जानकारी जिला सामान्य अस्पताल प्रशासन द्बारा दी गई है.
इस जानकारी के तहत बताया गया है कि, इन दिनों वातावरण में होने वाले बदलाव तथा बारिश वाले मौसम की वजह से विविध किटकजन्य व संक्रामक बीमारियों का प्रमाण बढ जाता है. जिसके चलते फिलहाल शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी सर्दी, खासी व बुखार के मरीजों की संख्या बढी हुई है. साथ ही साथ डेंगू व मलेरिया जैसी बीमारियों का प्रमाण भी बढ गया है. इसके साथ ही सरकारी अस्पताल में सभी तरह के इलाज व दवाईयां मुफ्त मिलने की वजह से सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों की संख्या में भी अच्छी खासी वृद्धि देखी जा रही है.
* किस ओपीडी में रोजाना कितने मरीज?
– नेत्र विभाग – 150
जिला सामान्य अस्पताल के नेत्र विभाग में रोजाना औसतन 120 से 150 मरीज अपनी नेत्र संबंधित समस्याओं की जांच पडताल के लिए आते है.
– ईएनटी – 100
कान, नाक व गला विभाग में रोजाना 80 से 100 के आसपास मरीज अपनी स्वास्थ्य जांच के लिए पहुंचते है.
– मेडिसीन – 250
बदलते वातावरण की वजह से मेडिसीन विभाग में रोजाना 200 से 250 मरीज अपनी स्वास्थ्य जांच व इलाज के लिए पहुंचते है.
– बालरोग – 100
जिला सामान्य अस्पताल के बालरोग विभाग में रोजाना 100 से 120 छोटे बच्चों की स्वास्थ्य जांच इन दिनों हो रही है.
– अस्थिरोग – 120
पीठदर्द, कमरदर्द व जोडो के दर्द से त्रस्त मरीजों के साथ ही किसी सडक हादसे का शिकार होकर अस्थिरोग विभाग में पहुंचने वाले मरीजों की दैनिक संख्या 120 के आसपास है.
– रोजाना 120 को डिस्चार्ज
इर्विन अस्पताल में रोजाना 500 मरीज इलाज हेतु भर्ती होते है. वहीं अलग-अलग वार्ड में भर्ती रहने वाले 120 मरीजों को रोजाना यहां से डिस्चार्ज दिया जाता है. विगत एक सप्ताह के दौरान इर्विन अस्पताल में 3577 मरीज भर्ती हुए, वहीं 937 मरीजों को डिस्चार्ज दिया गया.
– अलग-अलग वजहों के चलते 2 से 3 मरीजों की मौत
विभिन्न बीमारियों के चलते गंभीर स्थिति में पहुंच जाने वाले मरीज इर्विन अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती होते है. जिनमें से रोजाना 2 से 3 मरीजों की मौत हो जाती है. विगत एक सप्ताह के दौरान इर्विन अस्पताल में 17 मरीजों ने दम तोडा, ऐसी जानकारी सामने आयी है.
* सरकार नहीं दे रही दवा, गुस्सा निकल रहा डॉक्टरों पर
इस समय सरकारी स्तर से दवाईयों की आपूर्ति बंद है. ऐसे मेें जिला सामान्य अस्पताल को डीपीसी की निधि के जरिए दवाईयों की खरीदी करते हुए मरीजों को दवाओं की आपूर्ति करनी पड रही है. परंतु कई बार दवाओं की किल्लत हो जाने पर डॉक्टरों को मरीजों व उनके परिजनों के गुस्से का सामना करना पडता है.
* हम हर मरीज की जान बचाने का करते है प्रयास
जिला सामान्य अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 1 हजार से 1200 मरीज आते है. वहीं गंभीर स्थिति में रहने वाले कई मरीजों को अस्पताल की आईपीडी में भर्ती कराया जाता है. हमारे पास उपलब्ध चिकित्सा साधन सामग्री व मनुष्यबल के आधार पर प्रत्येक मरीज के प्राण बचाने का हम हर संभव प्रयास करते है. साथ ही प्रत्येक मरीज को आवश्यक चिकित्सा सुविधा व दवाएं उपलब्ध कराने का भी प्रयास किया जाता है.
– डॉ. दिलीप सौंदले,
जिला शल्यचिकित्सक,
जिला सामान्य अस्पताल,
अमरावती.
* एक सप्ताह दौरान हुई मौते
2 अक्तूबर 03
3 अक्तूबर 04
4 अक्तूबर 05
5 अक्तूबर 01
6 अक्तूबर 01
7 अक्तूबर 02
8 अक्तूबर 01