अमरावतीमहाराष्ट्र

सांप से लेकर कुत्ता, बिल्ली, गाय सभी की चिकित्सा

गोकुलम के स्वास्थ्य शिविर में 257 पशुओं की जांच

* प्राणियों के लिए सराहनीय पहल, अनेक के करने पड रहे ऑपरेशन
* मुंबई की स्वस्ती श्री और जन कल्याण संस्था का सहयोग
अमरावती/दि.14– नांदुरा बु. स्थित गोकुलम गौरक्षण संस्था में रविवार को खास पशुओं के लिए चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया तो सैकडों की संख्या में किसान और पशुपालक अपने पशु लेकर पहुुंचे. उनमें गाय, कुत्ता, बिल्ली, सांप, घोडा सभी प्रकार के प्राणियों का समावेश रहा. सभी का पशु चिकित्सकों ने परीक्षण किया. उपचार के यथोचित प्रयास किया गया. साथ ही आवश्यकता रहने पर ऑपरेशन भी किए गये. कुछ ऑपरेशन प्लान किए गये हैं. वह भी विशेष थिएटर युक्त इस गोकुलम गौरक्षण संस्था में होने जा रहे हैं. उल्लेखनीय है कि संस्था को मुंबई के जन कल्याण ग्रुप और स्वस्ती श्री ग्रुप का विशेष सहकार्य इस शिविर और मूक पशुओं की चिकित्सा के लिए प्राप्त हुआ है.
बदख और मोर पक्षी भी
गोकुलम के शिविर में लोग बदख, मोर, सांप और अन्य प्राणी लेकर आने की जानकारी देते हुए संस्था पदाधिकारियों ने बताया कि नागपुर और अमरावती की संभाग के पशु चिकित्सकों ने तत्पर सेवा दी. प्रत्येक जानवर और पशु पक्षी की जांच कर उन्हें पीडा से छूटकारा दिलाने का प्रयत्न किया गया. यह भी देखा गया कि पशु अनेक रोगों से ग्रस्त है.
कई प्रकार की बीमारियां
मूक पशुओं को भी अनेक बीमारियों ने घेर रखा हैं. ऐसे में गोकुलम का शिविर पशु पालकों के लिए वरदान जैसा रहा. एक ही स्थान पर वहां विशेषज्ञ चिकित्सक के साथ ऑपरेशन जैसी सुविधा नि:शुल्क प्राप्त हुई. जिससे अनेक पशु पालकों के मुख पर संतोष के भाव दिखाई दिए. इन बीमारियों में कैंसर जैसी घातक बीमारी का भी समावेश रहा. उसी प्रकार आम तौर पर होनेवाले रोगग्रस्त पशुओं की जांच चिकित्सकों ने सेवा भाव से की.
इन चिकित्सकों ने किया उपचार
गोकुलम गौरक्षण के डॉक्टर्स सर्वश्री राधेश्याम बहादुरे, अशोक किनगे, दिलीप पाटिल, अरूण इखार, चंद्रशेखर गिरि, सुनील कुलकर्णी, प्रकाश उंबरकर, विलास झोडपे, संजय गोरे, भारत भूषण अस्वार, वीरेंद्र कोरे आदित्य गवाई के साथ ही अमरावती जिला पशु चिकित्सालय, अकोला जिला, नागपुर पशु चिकित्सालय के सभी डॉक्टर्स का पशुओं के उपचार शिविर में योगदान रहा. कैम्प में 600 लोग सहभागी हुए.
* इन बीमारियों का उपचार
पटेलार डेसमोटामी, फ्रैक्चर, सिर का कैंसर, गाय के पेट से प्लास्टिक, टयूमर, इक गॉल, रेसपिग ऑफ टूथ, ऑटसी ऑनी, डॉग नसबंदी, डी. वार्मिंग के साथ ही 29 मेजर ऑपरेशन किए गये. काउ इनफर्टिलिटी की 5 सर्जरी की गई. कुल 257 पशु पक्षी लाए गये थेे.

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