अमरावती

कोरोना पॉजीटिव नहीं रहनेवाले मरीजों पर भी कोविड का इलाज

एचआरसीटी रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर आरटी-पीसीआर टेस्ट करना अनिवार्य

  • प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग से मंगायी रिपोर्ट

अमरावती/दि.10 – कुछ अस्पतालों में हाई रिझोल्यूशन कंप्यूटराईज्ड टोमोग्राफी (एचआरसीटी) के जरिये गलत ढंग से जांच करते हुए मरीजों को कोरोना से संबंधित औषधोपचार दिये जाने की बात स्वास्थ्य विभाग के ध्यान में आयी है. जिसकी वजह से अब एचआरसीटी में पॉजीटिव पाये जानेवाले मरीजों की 24 घंटे के भीतर आरटी-पीसीआर टेस्ट करना अनिवार्य किया गया है. साथ ही जिले में इस तरह से कितने मरीजों की एचआरसीटी टेस्ट की गई है, इसकी जानकारी संभागीय आयुक्त पीयूष सिंह ने तत्काल प्रस्तुत करने का निर्देश जारी किया है.
जिले के कुछ अस्पतालों में एचआरसीटी टेस्ट के जरिये मरीजों का कोरोना इलाज किया जा रहा है. एचआरसीटी टेस्ट के जरिये कई बीमारियोें में कोविड सदृश्य लक्षण दिखाई देते है. जिसकी वजह से कोरोना मरीजों का गलत इलाज होने की संभावना है. ऐसे में एचआरसीटी टेस्ट के जरिये उपचार करवानेवाले प्रत्येक मरीज के नाम, पते व संपर्क क्रमांक की पूरी जानकारी इन अस्पतालों द्वारा अब स्वास्थ्य प्रशासन को देना अनिवार्य किया गया है. इसके साथ ही जिस अस्पताल के जरिये एचआरसीटी टेस्ट हेतु संदर्भित किया गया है, उस अस्पताल के प्रमुख द्वारा एचआरसीटी टेस्ट हेतु भेजे गये व टेस्ट करवाये गये व्यक्तियों की पूरी जानकारी मनपा के स्वास्थ्य विभाग को देना अनिवार्य किया गया है. साथ ही एचआरसीटी टेस्ट की रिपोर्ट में कोविड सदृश्य लक्षण दिखाई देने पर 24 घंटे के भीतर संबंधित मरीज की आरटी-पीसीआर टेस्ट किसी मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला से करवाना अनिवार्य किया गया है. इस आशय का पत्र जिला शल्य चिकित्सक द्वारा मनपा के वैद्यकीय स्वास्थ्य अधिकारी को दिया गया है.

संक्रमण बढने का भय

एचआरसीटी टेस्ट के बाद आरटी-पीसीआर टेस्ट नहीं करवाये जाने के चलते कोरोना का संक्रमण बढने की संभावना है. इसके साथ ही कोरोना टेस्ट नहीं करवाये जाने की वजह से संबंधित मरीज के संपर्क में आनेवाले अन्य लोगों की जानकारी स्थानीय स्वास्थ्य प्रशासन को प्राप्त नहीं होती और ऐसे लोगों को कोरोना प्रतिबंधात्मक उपायों के दायरे में लाना भी संभव नहीं होता. जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग द्वारा 2 दिसंबर को एक नई गाईडलाईन जारी की गई है.

  • मनपा के वैद्यकीय स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र जारी करते हुए अब तक अमरावती शहर के कितने अस्पतालों में एचआरसीटी टेस्ट के जरिये मरीजों का इलाज किया गया है, इसकी जानकारी मंगवायी गयी है.

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