अमरावती/दि.13– रचनात्मक शब्द पुराना है लेकिन पर्यावरण सुरक्षा के लिए इस शब्द का मूल्य आज अमूल्य होता जा रहा है. विकास के क्रम में कृषि, किसान और समाज पर पर्यावरणीय क्षति हो रही है. जबकि पौधारोपण समय की मांग है. इसे केवल एक विशेष दिन के रूप में मनाकर इसमें रचनात्मक भी जोडनी होगी. यह आम धारणा है कि रचनात्मक एक अलौकिक उपहार है, यह जन्मजात होती है. लेकिन ऐसा करके उन्हे पर्यावरण सुरक्षा के लिए ऐसा करना होगा, ऐसा मत पूर्व राज्यमंत्री वसुधाताई देशमुख ने व्यक्त किया.
श्रम कल्याण फाउंडेशन द्बारा संचालित वसुधाताई देशमुख कॉलेज ऑफ फूड टेक्नोलॉजी पाला में महिला शक्तियों की उपस्थिति में एक रचनात्मक वृक्षारोपण समारोह आयोजित किया गया. स्वामिनी यूनिटी ग्रुप की अध्यक्ष कल्पना देशमुख के विचार के साथ कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलन कर की गई और फिर मुख्य अतिथियों का स्वागत किया गया. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मार्गदर्शक के रूप में संस्थान के अध्यक्ष पूर्व राज्यमंत्री वसुधाताई देशमुख उपस्थित थे.
कार्यक्रम की सफलता के लिए स्वामिनी ग्रुप की राधिका डॉ.कल्पना, डॉ. वैशाली, मीना, ममता, मंगला, सुवर्णा, रंजनाताई वैशालीताई, यज्ञा सुनंदाताई, वैशाली, देशमुख, राधिका, स्वाति जगतान पे अथक परिश्रम किया. कार्यक्रम का संचालन डॉ. दीपाली देशमुख ने प्रस्ताव रखा और ममता देशमुख ने आभार व्यक्त किया.