मनसे का जबर्दस्त झटका : ५० युवाओं को मिला न्याय
ग्लोबल फार्मासिस्ट कंपनी ने नौकरी का प्रलोभन देकर ठगा था
अमरावती/दि. १६ – नौकरी का प्रलोभन देकर करीब ४० से ५० युवकों से प्रति ३ हजार रुपए ऐठ लेने वाली कंपनी ग्लोबल फार्मासिस्ट को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने जोरदार झटका दिया तब कंपनी की ओर से सभी युवाओं को रुपए लौटाए गए. न्याय मिलने पर युवाओं ने मनसे के पदाधिकारियों का आभार माना.
बीते दो माह पूर्व अमरावती महानगर के कई युवाओं ने अच्छी नौकरी पाने के लिए दूसरे राज्य की ग्लोबल फार्मासिस्ट कंपनी के कहने पर प्रति युवक तीन हजार रुपए भरे. मगर कुछ ही दिन में कंपनी बंद हो गई और भरे हुए वापस नहीं मिलेंगे, ऐसे गुमराह करने वाले जवाब कंपनी व्यवस्थापक की ओर से दिये जा रहे थे. पहले ही कोरोना महामारी और उपर से कंपनी व्दारा की गई धोखाधडी से परेशान युवक न्याय पाने के लिए मनसे के कार्यालय में पहुंचे और अपनी समस्या बताई.
यह बात सुननने के बाद महानगराध्यक्ष संतोष बद्रे ने कंपनी व्यवस्थापन को मनसे का जोरदार झटका देते ही ७ दिन याने निर्धारित समय में कंपनी व्यवस्थापन के अधिकारियों ने मनसे के कार्यालय में आकर सभी के सामने युवाओं के रुपए वापस लौटाये. जिससे धोखाधडी के शिकार हुए ४० से ५० युवाओं को आखिर मनसे के कारण न्याय मिला. इसपर सभी युवाओं ने संतोष बद्रे और मनसे के सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं का आभार माना. इस समय महानगराध्यक्ष संतोष बद्रे समेत शहराध्यक्ष गौरव बांते, जनहित कक्ष जिला संगठक प्रवीण डांगे,शहर उपाध्यक्ष नितेश शर्मा, सचिन बावनेर, सुरेश चव्हाण, विभाग अध्यक्ष रुद्रा तिवारी, मनीष दीक्षित, शहर सचिव राजेश धोटे, विक्की खेटे, सूरज बरडे, बबलू आठवले, रोशन qशदे, विद्यार्थी सेना शहराध्यक्ष हर्षल ठाकरे आदि मनसे कार्यकर्ता उपस्थित थे.