अमरावती

सैकड़ों वर्ष की परंपरा आदिवासी ढोणे परिवार ने आज भी कायम रखी

होली के दिन जल जमीन, जंगल निसर्ग पूजन करके पंचमहाभूत का किया पूजन

अमरावती/प्रतिनिधि दि. ३०- दुनियाभर कोरोना का संक्रमण होने से शासन के आदेशानुसार जिलाधिकारी ने होली व रंगपंचमी के शुभ अवसर पर लाकडाउन घोषित किया उसका पालन करके आदिवासी उमेश महादेवराव ढोणे इस परिवार ने होली के शुभ पर्व पर अपने परिवार समेत होली का पूजन करके इसके साथ ही जल, जमीन, जंगल, अनाज वन संपत्ति का पूजन किया. ब्रिटिशकालीन मानवंश शास्त्रज्ञ रसेल ने उनकी पुस्तक में लिखकर रखा है. महादेव का पहाड़ सतपुड़ा के पर्वत से ब्रिटिशकालीन बेरार प्रांत में अभी के व:हाड में अनादिकाल से निवास कर रहे है. महादेव कोली आदिवासी ढोणे परिवार में होली व दिवाली इस बड़े परिवार को आज भी महत्व दे रहे है. देवाधिदेव महादेव के नाम का गुंजन कर निर्सग पूजा की जाती है. उन्होंने घर के सामने होली जलाकर पंचमहाभूत का पूजन किया. इससे पूर्व आदिवासी ढोणे परिवार से देवाधिदेव महादेव के साथ (शिवपार्वती शादी समारोह )पार्वती की शादी बारस इस शुभ दिन लगाई जाती है. यह परंपरा सैकड़ों वर्षो से चल रही है. आदिवासी ढोणे परिवार में निसर्ग पूजा का महत्व है. आज भी वह परंपरा कायम रखी जाती है. उन्होंने होली का त्यौहार उत्साह से परंतु सोशल डिस्टेसिंग रखकर मनाया. निसर्ग पूजा पुरानी परंपरा के अनुसार उमेश ढोणे ने अपने परिवार के साथ उत्साह से की.

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