नियुक्ति पत्र मिलने के बाद आदिवासी चालकों को अनशन समाप्त
गुरुदेव युवा संघ का संघर्ष सफल, विभाग नियंत्रक कार्यालय के सामने कर रहे थे प्रदर्शन
यवतमाल /दि. ७- एसटी महामंडल में चालक पद के लिए पात्र होने के बाद भी नियुक्ति नहीं मिलने से पांढरकवडा के चालकों ने विभाग नियंत्रक कार्यालय के सामने बेमियादी अनशन शुरु किया था. अनशन के चौथे दिन अनकर्ता चालकों को नियुक्ति संबंध में लिखित सामाईक पत्र मिलने ने उन्होंने अनशन समाप्त किया. बतादें कि, एसटी महामंडल में चालक-वाहक पद के लिए पात्र 129 आदिवासी चालक बीते चार वर्षों से नियुक्ति की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे थे. उन्हें नियुक्ति मिलें इसके लिए गुरुदेव युवा संघ के अध्यक्ष मनोज गेडाम ने समय समय पर प्रयास किया. परिवहन मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री के समक्ष मुद्दा रखा. किंतु कोई कार्रवाई न होते देख उन्होंने हाल ही में मुख्यमंत्री ने अंतिम बार अल्टिमेटम देते हुए आत्मदहन की चेतावनी दी. इसके बाद उन्होंने वंचित वाहकों के साथ अनशन आरंभ किया. अनशन के चौथे दिन शनिवार ५ नवंबर को उन्हें सामाईक नियुक्ती पत्र दिया जाने से उन्होंने अनशन समाप्त किया. किंतु व्यक्तिगत नियुक्तिपत्र देने की मांग की है. नियुक्ति पत्र मिलने पर हुसेन अंजीकर, नीलेश कोयचाडे, सुनील नागमोते, नितेश आत्राम, अनंता उईके, शीतल कोवे, संतोष आत्राम, गणेश मडावी, किरण कुमरे, श्रीकृष्ण हागरे ने समाधान व्यक्त किया है.
व्यक्तिगत नियुक्ति पत्र दें
आदिवासी चालकों को राज्य के विविध जिले में नियुक्ति दी जाती है. लेकिन उन्हें निश्चित रूप से कौनसे जिले में कर्तव्य पर भेजा जाएगा इस बारे में उनमें संभ्रम निर्माण हुआ है. इसलिए पात्र आदिवासी चालक-वाहकों को व्यक्तिगत नियुक्ति पत्र देने की मांग मनोज गेडाम ने की है.