अमरावतीमहाराष्ट्र

अमरावती में आदिवासी पारधी लोकविद्यापीठ की स्थापना की जाए

डॉ. शिवलाल पवार की मांग

* अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष को सौंपा निवेदन
अमरावती/दि.13– आदिवासी पारधी समाज की अलग ऐतिहासिक भाषा है. इस भाषा का इस्तेमाल नहीं होने से यह भाषा लुप्त होने के मार्ग पर है. पारधी समाज के युवाओं को शिक्षा व उनमें संस्कार, क्रीडा व कला का संचार हो, जिससे समाज के युवक रोजगार उपलब्ध कर सके व उनका जिला स्तर व देश स्तर पर सर्वांगिण विकास हो इसके लिए शासन अमरावती में आदिवासी पारधी लोकविद्यापीठ की स्थापना करें, ऐसी मांग आदिवासी पारधी विकास परिषद महासचिव डॉ. शिवलाल पवार ने की है. उन्होंने इस आशय का निवेदन अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष आंतरसिंह आर्य को सौंपा.
निवेदन में कहा गया कि, आदिवासी पारधी समाज का ग्राम स्तर, तहसील स्तर, जिला स्तर व देश स्तर आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक विकास हो. उसके लिए शासन पारधी लोकविद्यापीठ की स्थापना करें. निवेदन सौंपने के साथ उन्होंने आंतरसिंह आर्य के साथ विविध विषयों पर चर्चा भी की और पारधी समाज द्वारा जमीन पर किए गए अतिक्रमण को नियमित कर पट्टे दिए जाने की भी मांग आदिवासी पारधी परिषद की ओर से की. साथ ही अतिक्रमण करनेवाले पारधी समाज के लोगों पर लगाए गए केस पीछे लें. पारधी बेडो पर समाज के बच्चों की शिक्षा के लिए शालाएं शुरु की जाए व शालाओं में पारधी बोलीभाषा से अवगत शिक्षकों की नियुक्ति की जाए. इन सब बातों को लेकर डॉ. शिवलाल पवार ने अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष आंतरसिंह आर्य से निवेदन सौंपकर चर्चा की.

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