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महावितरण की लापरवाह कार्यप्रणाली से आदिवासी महिला की मौत

विद्युत प्रवाहित तार टूटकर गिरने से गोबर फेंकने गई महिला को लगा करंट

* धारणी तहसील के मांडू ग्राम की घटना, ग्रामवासियों में तीव्र रोष
धारणी/दि.14- वर्षो से ग्रामवासियों की बिजली के तार बदलने की मांग रहने के बावजूद अनदेखी करने वाली महावितरण की लापरवाह कार्यप्रणाली के चलते आज सुबह एक 25 वर्षीय महिला की विद्युत प्रवाहित तार टूटकर नीचे गिरने से बिजली का करंट लगने के कारण घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई. यह घटना धारणी तहसील के मांडू ग्राम में घटित हुई. मृतक महिला का नाम सरस्वती रवींद्र मावस्कर (25) है. इस घटना से मांडू ग्रामवासियों में तीव्र रोष व्याप्त है.
जानकारी के मुताबिक धारणी से 10 किमी दूरी पर मांडू ग्राम है. इस गांव में ग्रामपंचायत भी है. गुरुवार 14 सितंबर को सुबह 6.30 बजे के दौरान गांव में रहनेवाली सरस्वती रवींद्र मावस्कर (25) नामक महिला घर के पालतू भैसों का गोबर फेंकने के लिए घर के बाहर निकली. सुबह का समय रहने से इस महिला का घर क बाहर महावितरण कंपनी के विद्युत प्रवाहित तार टूटकर नीचे गिरे रहने की तरफ ध्यान नहीं गया. गोबर फेंकते समय उसे नीचे गिरे तार का स्पर्श होने से जोरदार करंट लगा और उसकी घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई. महिला के चिखने से परिवार के सदस्य और ग्रामवासी तत्काल घटनास्थल की तरफ दौड पडे. लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. महिला की मृत्यु के बाद ग्रामवासियों में महावितरण कंपनी के विरोध में तीव्र रोष देखा गया. घटना की जानकारी तत्काल वितरण कंपनी के अधिकारियों को दी गई. कुछ देर के बाद विद्युतकर्मी घटनास्थल आ पहुंचे. उन्होंने वर्षो पुरानी इस बिजली के पोल और तार की बदलने की बजाए, बिजली आपूर्ति गांव की खंडित कर गिरे हुए तार जोड दिए और दोपहर 12 बजे गांव की बिजली आपूर्ति शुरु कर दी और वहां से चल दिए. घटना की जानकारी मिलते ही धारणी पुलिस का दल भी घटनास्थल आ पहुंचा. पुलिस ने आकस्मिक घटना दर्ज की है.

* 50 से 60 साल पुराने है बिजली के पोल और तार
मांडू गांव की सडकें कच्ची है और इस गांव में लोगों के घर के सामने बीच सडकों पर महावितरण कंपनी की डीपी, बिजली के पोल लगे हुए हैं और लोगों के घर पर से विद्युत प्रवाहित तार जाते है. करीबन 50 से 60 साल पुराने बिजली के तार और पोल है. चार माह पूर्व इस गांव का एक छात्र शाला जा रहा था तब विद्युत प्रवाहित तार अचानक टूटकर नीचे गिर गया था. तब संबंधित छात्र बाल-बाल बच गया था. इस घटना के पूर्व से ही मांडू ग्रामवासियों व्दारा जर्जर बिजली के पोल और तार बदलने की मांग महावितरण कंपनी से की जा रही है. इसके बावजूद महावितरण कंपनी की अनदेखी चल रही है. आज की इस घटना से समस्त ग्रामवासियों में तीव्र असंतोष व्याप्त है.

* वितरण कंपनी ने परिजनों को सौंपा 20 हजार का धनादेश
मांडू ग्राम निवासी सरस्वती मावस्कर नामक महिला की आज सुबह महावितरण कंपनी की लापरवाही से विद्युत प्रवाहित टूटकर गिरे हुए तार का करंट लगने से हुई मृत्यु के बाद महावितरण कंपनी ने मृतक महिला के परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता के नाम पर केवल 20 हजार रुपए का धनादेश सौंपकर अपना पल्ला झाडने का प्रयास किया है. इससे नागरिकों में तीव्र रोष व्याप्त है.

* तीव्र आंदोलन की चेतावनी
महावितरण कंपनी की लापरवाह कार्यप्रणाली के चलते एक महिला की मृत्यु होने की घटना के बाद पनपते रोष के चलते मांडू ग्राम में ही रहने वाले युवा स्वाभिमान पार्टी के धारणी तहसील के महासचिव मुकेश मालवीय ने महावितरण कंपनी के विरोध में ग्रामवासियों के साथ तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है. इस संबंध में वितरण कंपनी के अधिकारियों को अवगत करा दिया है. गांव के जर्जर बिजली के पोल और तार बदलने के साथ संबंधित मृतक महिला के परिजनों को आर्थिक सहायता नहीं दी जाती तब तक यह आंदोलन शुरु रखने की चेतावनी मुकेश मालवीय ने दी है.

* मृतक महिला को है दो मासूम बेटे
मांडू ग्राम निवासी मृतक महिला सरस्वती मावस्कर को एक 3 वर्षीय और एक 8 माह के ऐसे दो मासूम बेटे हैं. कम आयु में मां का साया इन मासूमों के सर से उठ गया है. इस घटना से मांडू ग्राम में शोक व्याप्त है. पुलिस ने अभी तक महावितरण के संबंधित अधिकारियों पर कोई मामला दर्ज नहीं किया है. पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को मृतक महिला का शव सौंप दिया गया. शोकाकुल वातावरण में मांडू ग्राम में ही उसकी अंत्येष्टी की गई.

* किसी को नहीं बख्शा जाएगा
गोटी ग्राम पंचायत के तहत आनेवाली मांडू गट ग्राम पंचायत है. इस गांव की आबादी 1150 है. आज की घटना काफी दुखद है. मृतक महिला के परिजनों को नैसर्गिक आपदा के रुप में शासन की तरफ से 4 लाख रुपए सहायता की जाएगी. इस घटना को लेकर महावितरण के संबंधित अधिकारियों से बात की गई है. जल्द ही संपर्ण मांडू गांव की विद्युत लाइन भूमिगत की जाएगी. आगामी एक-दो दिनों में अधिकारियों का दल निरीक्षण के लिए गांव पहुंचेगा. लेकिन इस घटना में लापरवाही बरतने के बाद कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा.
– राजकुमार पटेल,
विधायक मेलघाट

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