अमरावतीमहाराष्ट्र

चौथे दिन भी हडताल जारी रहने से बढी परेशानी

कलेक्ट्रेट और संभाग आयुक्त कार्यालय में नहीं हो रहे काम

* 650 अधिकारी कर्मी आंदोलन में
* जूनी पेंशन, पदोन्नति, पदनाम बदलने की मांगें
अमरावती/दि.18– महाराष्ट्र राज्य महसूल कर्मचारी संगठन अंतर्गत अमरावती जिला संगठन द्बारा सोमवार से शुरू किया गया काम बंद आंदोलन आज गुरूवार चौथे दिन भी जारी रहा. जिससे विभागीय आयुक्त कार्यालय, जिलाधिकारी कार्यालय, विभिन्न तहसील कार्यालय में काम नहीं हुए. जिससे लोगों की परेशानी बढने के समाचार है. उधर शासन और प्रशासन ने आज दोपहर तक आंदोलन की दखल नहीं ली थी. मंत्री विखे पाटिल से चर्चा की कर्मचारी संगठन की तैयारी के बावजूद खबर लिखने तक चर्चा नहीं हुई थी. इससे आंदोलन के और तीव्र होने एवं लंबे खींचने के आसार बढ गये थे. कामबंद के कारण लोगों के कोई मसलात हल नहीं हुए.

* अध्यक्ष वस्तानी ने बताया
अपनी विविध मांगों के लिए यह राज्य व्यापी आंदोलन छेडे जाने की जानकारी अध्यक्ष ब्रिजेश वस्तानी ने दी. उन्होने दावा किया कि आज के आंदोलन में 650 अधिकारी कर्मी सहभागी हैं. उधर प्रदेश के राजस्व मंत्री से राज्य स्तर के पदाधिकारी चर्चा करने की कोशिश में रहने की जानकारी भी वस्तानी ने दी.

* भरी बारिश में सभी डटे
उल्लेखनीय है कि राजस्व कर्मचारी संगठन में उपाध्यक्ष अंबादास काकडे, मुन्ना ठाकुर, रामानंद सरस्वती, विनायक लंगडे, शरद चौधरी, प्रीति चौहान, वर्षा भार्गव, अश्विनी मुले, गोविंद चौहान, बालू गंधे, स्वाती बहिरे, संगीता, अल्पेश हाते, आदि के नेतृत्व में आंदोलन शुरू है. दूसरी ओर राजस्व मंत्री विखे पाटिल से भी चर्चा की कोशिशे शुरू हैं. कर्मचारी संगठन का पांच पेज का निवेदन सरकार को प्रस्तुत किया गया है. अध्यक्ष वस्तानी ने बताया कि सरकार को अपनी मांगों के बारे में कई बार अवगत कराने के बाद आंदोलन की रूपरेखा बनाई गई. पहले गत 10 जुलाई को काले फीते लगाकर काम किया गया. 11 जुलाई को लंच ब्रेक में कार्यालय के गेट पर प्रदर्शन किया गया. 12 जुलाई को लेखनी बंद आंदोलन किया गया. सरकार द्बारा ध्यान न देने पर सोमवार 15 जुलाई से बेमुदत हडताल शुरू किए जाने की बात अध्यक्ष वस्तानी ने कहीं.

* स्टाफ कम, काम अधिक
इस कारण राजस्व कर्मचारी पर मानसिक तनाव बढने लगा है.शासन की रीढ की हड्डी माने जाने वाले राजस्व विभाग की अनदेखी की जा रही है. इसलिए दांगट समिति की रिपोर्ट अनुसार कटौती न करते हुए कर्मचारियों का आकृतिबंध लागू करें. आपूर्ति विभाग के लिपिक टंकलेखक व अव्वल कारकून, आपूर्ति निरीक्षक का परिणाम घोषित हो चुका है.जुलाई में यह कर्मचारी कार्यरत होंगे. किंतु इस विभाग में कार्यरत कर्मचारियों की सेवा में शामिल करने शासन आनाकानी कर रहा है. सहायक का ग्रेड पे 1900, पटवारी का 2400 व राजस्व सहायक का 2400 रूपए किया जाए. ऐसी विविध 16 मांगों को लेकर राज्य सरकार सकारात्मक कदम नहीं उठा रही है.

* विद्यार्थी और लाडली बहना परेशान
तहसील कार्यालयों में कर्मचारी हडताल के कारण मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना और विद्यार्थियों के नये सत्रारंभ हेतु आवश्यक दाखले अर्थात प्रमाणपत्र के काम अटक गये हैं. इससे विद्यार्थी और महिलाएं दफ्तरों पर आकर बगैर काम हुए लौटने विवश हैं.

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