अमरावती

कोविड पॉजीटीविटी रेट घटाने का प्रयास करें

संभागीय आयुक्त पीयूष सिंह ने दिये निर्देश

  • जिलाधीश कार्यालय में ली समीक्षा बैठक

  • कोविड प्रतिबंधात्मक उपाययोजनाओं का लिया जायजा

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१७कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान जिले में कोविड संक्रमितों की संख्या लगातार बढती नजर आ रही है और इन दिनों शहरी इलाकों की तुलना में ग्रामीण इलाकों में संक्रमण की रफ्तार काफी तेज देखी जा रही है. ऐसे में बाहरी जिलों व राज्यों से आनेवाले यात्रियों एवं मालवाहक वाहनों की बेहद कडाई के साथ चेक पोस्ट पर जांच की जाये. साथ ही ग्रामीण स्तर पर कोविड प्रतिबंधात्मक समितियों की स्थापना कर गांव-गांव में कोविड टेस्ट की संख्या बढायी जाये. इसके साथ ही पॉजीटीविटी रेट तथा संक्रमितों की संख्या घटाने हेतु तमाम आवश्यक कदम उठाते हुए नियोजनबध्द ढंग से कार्यक्रम अमल में लाया जाये. इस आशय का निर्देश संभागीय आयुक्त पीयूष सिंह द्वारा दिया गया.
गत रोज स्थानीय जिलाधीश कार्यालय में कोविड प्रतिबंधात्मक उपाय योजनाओें की समीक्षा करने हेतु बुलायी गई बैठक की अध्यक्षता करते हुए संभागीय आयुक्त पीयूष सिंह ने उपरोक्त निर्देश जारी किये. इस बैठक में विशेष पुलिस महानिरीक्षक चंद्रकिशोर मीणा, जिलाधीश शैलेश नवाल, पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह, जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविश्यांत पांडा, पुलिस अधीक्षक डॉ. हरीबालाजी एन, मनपा आयुक्त प्रशांत रोडे, जिलाशल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे. इस समय संभागीय आयुक्त पीयुष सिंह ने कहा कि, विगत दो माह से अमरावती जिले में कोरोना का ग्राफ लगातार उपर उठ रहा है और ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड संक्रमण की रफ्तार काफी तेज है. ऐसे में कोविड संक्रमण की स्थिति को नियंत्रण में लाने के साथ ही संक्रमितों की संख्या को कम करने हेतु स्वास्थ्य एवं राजस्व विभाग के साथ-साथ पुलिस प्रशासन को मिशन मोड पर काम करना होगा. साथ ही ऐसी व्यवस्था करनी होगी, जिसके जरिये नागरिकों से कोविड प्रतिबंधात्मक उपाययोजनाओं का कडाई पूर्वक पालन करवाया जा सके. संभागीय आयुक्त पीयूष सिंह के मुताबिक इस समय जिले में कुछ गांव अल्पबाधीत व कुछ गांव पूर्णबाधीत है और ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमण को लेकर स्थिति चिंताजनक है. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड संक्रमण की स्थिति को नियंत्रित करने हेतु सभी प्रशासनिक विभागों को साथ मिलकर काम करना होगा.
संभागीय आयुक्त पीयूष सिंह के मुताबिक जिले के धारणी, परतवाडा व वरूड के सीमावर्ती इलाकों से पडोसी राज्य मध्यप्रदेश की सीमाएं जुडी हुई है और यहां से निरंतर यात्री एवं मालवाहक वाहनों का आना-जाना चलता रहता है. साथ ही अब एम्बुलन्सों के जरिये इलाज के लिए अन्य जिलों व बाहरी राज्यों के मरीज भी अमरावती जिले की सीमा में आ रहे है. ऐसे में सभी सीमावर्ती इलाकों में चेक पोस्ट पर सीमा पार करनेवाले वाहनों की बेहद कडाई के साथ जांच की जानी चाहिए और जिन लोगोें की आरटीपीसीआर टेस्ट निगेटीव है, केवल उन्हीं लोगों को जिले की सीमा में प्रवेश दिया जाना चाहिए. इसके अलावा जिले के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में आरटीपीसीआर टेस्ट के साथ ही रैपीड एंटीजन टेस्ट अनिवार्य की जाये और ग्राम स्तरीय कोरोना जनजागृति समितियों द्वारा बिना जवळ सडकों पर घुमनेवाले लोगोें पर कार्रवाई की जाये. इसके लिए पुलिस प्रशासन का भी सहयोग लिया जा सकता है.
इस समय जिलाधीश शैलेश नवाल ने जिले में टीकाकरण केंद्रों व संक्रमितों की संख्या अब तक टीका लगवा चुके लोगों की संख्या, वैक्सीन की उपलब्ध संख्या, जिले में पॉजीटीवीटी रेट, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधा व ऑक्सिजन बेड की संख्या, जिले में स्थित ऑक्सिजन निर्मिती प्रकल्प, कंटेनमेंट झोन की स्थिति, डेडीकेटेड कोविड अस्पताल व कोविड केयर सेंटर आदि के संदर्भ में संभागीय आयुक्त पीयूष सिंह के समक्ष जानकारी रखी. इसके साथ जिलाधीश शैलेश नवाल ने बताया कि, जिले में कुल 1 हजार 560 गांव है. जिसमें से 270 गांवों में कोई भी व्यक्ति कोविड संक्रमित नहीं हुआ है. वहीं 1 हजार 200 गांव में बेहद अत्यल्प पॉजीटीव मरीज पाये गये है. इसके अलावा 750 गांवों में कोविड संक्रमितों की संख्या अधिक है. साथ ही इन गांवों में संक्रमण की वजह से मरनेवालों की संख्या भी अधिक है और कुछ गांवों में परिवार के एक या दो सदस्य कोविड पॉजीटीव होते ही पूरा परिवार कोविड संक्रमण की चपेट में आ रहा है. इस जानकारी को जानने के बाद संभागीय आयुक्त पीयूष सिंह ने कहा कि, जिन गांवों में कोविड पॉजीटीव मरीजों की संख्या अधिक दिखाई दे रही है उन गांवों में कोविड प्रतिबंधात्मक समितियों को सक्रिय किया जाये और इन समितियों द्वारा प्रभावशाली ढंग से काम किया जाये.

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