अमरावती प्रतिनिधि/दि.८ – राज्य में इस वर्ष तुअर की पोषक माहौल में शुरूआत हुई है. प्रतिवर्ष तुअर को अच्छे दाम मिलने में दिक्कतें आ रही थीं. लेकिन इस साल तुअर उत्पादक किसानों को अच्छे दिन आने के संकेत दिखाई दे रहे है. अकोला जिले के अकोट कृषि उपज बाजार समिति में तुअर को सर्वाधिक ८८७५ रुपयों का भाव मिला है. वहीं राज्य की अन्य बाजार मंडियों में तुअर को ८५०० रुपयों का भाव मिल रहा है. तुअर को इसी तरह भाव मिलते रहने से आनेवाले दिनों में तुअर के दाम १० हजार के आंकड़े को पार करने की संभावनाएं बढ़ गई है. बता दें कि इस वर्ष किसान कोरोना से भी त्रस्त है. वहीं प्रतिवर्ष अच्छे भाव नहीं मिलने से किसानों को निराशा का सामना करना पड़ता है. अतिवृष्टि की वजह से सोयाबीन, मूंग, उड़द, संतरा, सब्जियां आदि फसलों से किसानों को हाथ धोना पड़ा है. इस स्थिति में तुअर उत्पादक किसानों के लिए उम्मीद की किरणें जगी है. बीते ६ वर्षों के भाव पर नजर डालें तो इस वर्ष तुअर को सर्वाधिक दाम मिले है. तुअर की बुआई कम है और डिमांड ज्यादा रहने से दाम बढ रहे है.
वर्ष २०१४ में लोकसभा चुनाव के दरम्यिान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फसलों के भाव बढ़ाने का आश्वासन दिया था. लेकिन बीते ६ वर्षों में तुअर केवल १५००-२००० तक पहुंची थी. कम भाव मिलने से किसान भी चिंतित रह रहे थे. लेकिन इस वर्ष तुअर का उत्पादन कम होने से डिमांड बढ़ गई है. जिससे तुअर के दाम अब बढ़ते जा रहे है.