* मामला बना दुबले पर दो आषाढ का
अमरावती /दि. 21– सोयाबीन और कपास के बाद स्थानीय मंडी में तुअर के भी दामों में गिरावट आई है. सप्ताहभर में 880 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट से क्षेत्र के किसान चिंतित हो गए हैं. किसानों का इस बार अतिवृष्टि के कारण प्रति एकड एवरेज प्रभावित हुआ. अब माल के दाम भी 8650 रुपए तक घसर जाने से उन्हें नुकसान की आशंका हो गई है.
मंडी सूत्रों ने बताया कि, पिछले सप्ताह 9250 और 9800 रुपए प्रति क्विंटल से तुअर खरीदी जा रही थी. किंतु मंडी में स्थिति तेजी से बदली. बुधवार को दाम 8500 और 8800 तक घसर गए थे. कहा गया कि, मंडी में आवक बढ गई. अभी जनवरी तक तुअर की आवक जारी रहने की जानकारी देते हुए मंडी सूत्रों ने बताया कि, इसी वर्ष फरवरी में तुअर को 10 हजार रुपए से अधिक रेट मिले थे. वहीं फिलहाल रेट 9 हजार के अंदर हो गए हैं.
आंध्र के बाद विदर्भ में ही तुअर का उत्पादन होता है. यहां के किसान कपास के साथ तुअर की फसल लेते है. सोयाबीन और कपास की लागत भी नहीं निकलने के बाद किसानों की उम्मीदे तुअर से थी. वह समर्थन मूल्य नहीं बढाए जाने से खारिज हो गई है. कुछ सूत्र बता रहे हैं कि, सरकार ने 7550 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य घोषित किया है. जिससे कई कास्तकार माल रोककर रख रहे है. उन्हें समय के साथ रेट बढने की आशा है.