अमरावती सहित राज्य में पहली बार दिखा ‘तुर्रेवाला चंडोल’ पक्षी
बोर बांध परिसर में दो पक्षी मित्रों ने लिया छायाचित्र
अमरावती /दि.30- अमरावती जिले में पक्षियों के लिए हमेशा ही पोषक वातावरण रहता है और इन दिनों सर्दी का मौसम शुरु होते ही एक स्थान से दूसरे स्थान की ओर स्थानांतरण करने वाले पक्षियों का आगमन अमरावती जिले में होना शुरु हो गया है. जिसके चलते पक्षी प्रेमियों का उत्साह तथा बांधों व तालाबों का सौंदर्य बढ गया है. अनुकूल वातावरण तथा अन्न की उपलब्धता की तलाश में यह पक्षी एक स्थान से दूसरे स्थान की यात्रा करते है. जिनका निरीक्षण पक्षी प्रेमियों द्वारा किया जाता है. इसी के तहत वन्यजीव छायाचित्रकार प्रशांत निकम व मनोज बिंड ने अमरावती के पास स्थित बोर बांध परिसर में ‘तुर्रेवाला चंडोल’ पक्षी के छायाचित्रों को अपने कैमरे में कैद किया. विशेष उल्लेखनीय यह रहा कि, यह पक्षी अमरावती सहित राज्य में पहली बार देखा गया है.
जानकारी के मुताबिक ‘तुर्रेवाला चंडोल’ नामक पक्षी देश के उत्तर एवं पश्चिम-उत्तर हिस्सों में पाया जाता है तथा मध्य भारत के मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ में भी इस पक्षी के दिखाई देने का प्रमाण काफी कम है. साथ ही ‘तुर्रेवाला चंडोल’ पक्षी द्वारा अमूमन स्थलांतरण भी नहीं किया जाता और यह पक्षी सूखे वातावरण में रहने के साथ ही कुछ हद तक रेतीली व पथरीली जमीनों एवं झुरमुट वाली घास वाले मैदानों में पाया जाता है. भारत के साथ ही यह पक्षी यूरोप व एशिया सहित अफरिका में भी कुछ स्थानों पर पाया जाता है. वहीं ‘ई-बर्ड’ नामक वेबसाइट के मुताबिक महाराष्ट्र में पहली बार ‘तुर्रेवाला चंडोल’ पक्षी पाया गया है और यह पक्षी अमरावती शहर के पास देखा गया है.
‘ह्युमज क्रेस्टेड लार्क’ नामक अंग्रेजी संबोधन रहने वाले इस पक्षी का शास्त्रीय नाम ‘कैलेंड्रेला एकुटीरोस्ट्रीस’ है. जो मुख्य तौर पर देश के उत्तरी हिस्सों में पाया जाता है और पहली बार अमरावती शहर के पास दिखाई दिया है.