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तुषार भारतीय के आरोप बेबुनियाद, नाहक कर रहे शिक्षा संस्था को बदनाम

नारायणराव राणा कॉलेज के शिक्षकों ने बुलाई पत्रवार्ता

* राजनीति के चक्कर में शिक्षा संस्था को नहीं लपेटने का किया निवेदन
अमरावती /दि.23- मनपा के पूर्व सभागृह नेता तुषार भारतीय द्वारा गत रोज अपनी राजनीतिक लडाई के चक्कर में श्री गजानन महाराज शिक्षा संस्था द्वारा संचालित नारायणराव राणा महाविद्यालय को लेकर बेबुनियाद आरोप लगाये गये. जिसकी वजह से शिक्षा संस्था सहित कॉलेज को लेकर समाज में गलत संदेश गया है और संस्था व कॉलेज की प्रतिमाह भी मलीन हुई है. इस आशय का प्रतिपादन करते हुए नारायणराव राणा महाविद्यालय के शिक्षकों द्वारा आज यहां बुलाई गई पत्रवार्ता में कहा गया कि, तुषार भारतीय द्वारा लगाये गये आरोपों में कोई तथ्य ही नहीं है.
बता दें कि, गत रोज भाजपा नेता तुषार भारतीय ने विधायक रवि राणा पर आरोप लगाते हुए कहा था कि, विधायक रवि राणा ने अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए शिक्षा संस्था की आड लेते हुए मनपा द्वारा सामाजिक कामों हेतु आरक्षित जमीनों को हडपने का विगत 15 वर्षोंं से गोरखधंधा चला रखा है और विधायक राणा ने नारायणराव राणा महाविद्यालय के लिए बडनेरा में विजय मिल की जमीन को हडप लिया है. जिसके बाद इस विषय पर अपनी ओर से खुलासा करने के लिए श्री गजानन महाराज संस्था द्वार संचालित नारायणराव राणा महाविद्यालय के शिक्षकों ने आज एक पत्रवार्ता बुलाते हुए कहा कि, हकीकत में इस कॉलेज की स्थापना वर्ष 1998 में बडनेरा क्षेत्र के तत्कालीन विधायक ज्ञानेश्वर धाने पाटिल ने युति सरकार के कार्यकाल दौरान की थी और इस महाविद्यालय हेतु राज्य के वस्त्रोद्योग महामंडल से विजय मिल की इमारत को किराये पर लिया था. जिसके उपरान्त विजय मिल के बंद हो जाने के चलते उसी जमीन पर महाविद्यालय की इमारत होने हेतु ज्ञानेश्वर धाने पाटिल ने ही उक्त जमीन लीज पर प्राप्त करने के लिए नजुल विभाग के पास प्रस्ताव भेजा था. इसके उपरान्त नैक के मूल्यांकन हेतु संस्था के पास अपनी खुद की जगह होना जरुरी रहने के चलते नैक मूल्यांकन में काफी दिक्कतें आ रही थी. जिनसे अवगत कराये जाने के बाद क्षेत्र के मौजूदा विधायक रवि राणा ने इस महाविद्यालय का पालकतत्व स्वीकारा था और संस्था का हस्तांतरण हुआ था. चूंकि किसी भी महाविद्यालय के पास नैक के मूल्यांकन हेतु युजीसी के निर्देशानुसार कम से कम तीन एकड जमीन रहना आवश्यक होता है और अमरावती व बडनेरा शहर में जमीनों के आसमान छूते दामों को देखते हुए फिलहाल कोई भी संस्था अपने दम पर इतनी बडी जमीन नहीं खरीद सकती. ऐसे में विधायक रवि राणा ने दलीत व पिछडे वर्गीय विद्यार्थियों के साथ ही सिकानों ने खेतीहर मजदूरों के बच्चों के हितों को ध्यान में रखते हुए अमरावती मनपा क्षेत्र से जमीन को लीज पर लिया है और इस जमीन का केवल शैक्षणिक कामों के लिए ही उपयोग किया जा रहा है. अत: तुषार भारतीय द्वारा यह कहना कि, विधायक रवि राणा ने अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए जमीन को औने-पौने दामों पर खरीदा है, पूरी तरह से गलत है. साथ ही ऐसे बेबुनियाद आरोपों के वजह से महाविद्यालय में पढने वाले छात्र-छात्राओं व अभिभावकों सहित आम नागरिकों में गलत संदेश जाने की संभावना बन गई है. अत: सभी के सामने सच्चाई का आना बेहद जरुरी है.
इस पत्रवार्ता में नारायणराव राणा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. गोपाल वैराले सहित डॉ. ओमप्रकाश मुंदे, डॉ. संतोष बनसोड, डॉ. सतिश खाडे, डॉ. सचिन होले, डॉ. हर्षल निंभोरकर, सुनिल शिंदे, डॉ. संगिता भांगडिया, डॉ. अंजली चेपे, डॉ. कल्पना मेहेरे, अभिजीत मुरादे, राजेश चरपे, मंगेशष काले, गोमती नाइकलवार आदि शिक्षक उपस्थित थे.

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