अमरावती

रात 12 बजे जिप के खाते में आये पौने 59 करोड रूपये

मार्च एंडिंग की मेहनत रही सफल

  • जारी वर्ष हेतु काम आयेगी निधी

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२ – विगत 31 मार्च को सभी सरकारी महकमों के तहत जिला परिषद में भी देर रात तक अच्छी-खासी गहमागहमी देखी जा रही थी और एक माह तक लगातार जमा खर्च से संबंधित फाईलों में सिर खपानेवाले अधिकारी व कर्मचारी 31 मार्च को देर रात 12 बजे तक अपने-अपने कंप्यूटरों पर बैठकर जमा खर्च का हिसाब कर रहे थे. यह नजारा जिला परिषद के वित्त विभाग व कोषागार में दिखाई दे रहा था. पश्चात रात 12 बजते ही जिला परिषद के खाते में पौने 59 करोड रूपयों की निधी ट्रान्सफर होने का संदेश सरकार की ओर से प्राप्त हुआ. इसके बाद सभी ने राहत की सांस ली.
बता दें कि, विगत एक माह से जिला परिषद में मार्च एंडिंग की ही दौडभाग शुरू थी. मार्च एंडिंग का प्रमुख केंद्र रहनेवाले वित्त विभाग के अधिकारी व कर्मचारी 31 मार्च को कार्यालयीन समय के बाद भी देर रात तक अपने कार्यालय में उपस्थित थे. जिसके तहत उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी तुकाराम टेकाडे, मुख्य वित्त व लेखाधिकारी चंद्रशेखर खंडारे तथा सहायक लेखाधिकारी दत्तात्रय फिस्के के मार्गदर्शन में जिप का समूचा वित्त महकमा लगभग पूरी रात जगा हुआ था. 31 मार्च व 1 अप्रैल की मध्यरात्री 12 बजे वर्ष 2020-21 का आर्थिक वर्ष खत्म होनेवाला था और वर्ष 2021-22 का नया आर्थिक वर्ष शुरू होनेवाला था. ऐसे में कहीं पर भी किसी भी तरह की कोई चूक न रह जाये, इस हेतु सभी अधिकारी व कर्मचारी आंखों में तेल डालकर काम कर रहे थे. वित्त विभाग के साथ ही ट्रेझरी कार्यालय में भी अधिकारियों द्वारा लगातार चक्कर लगाये जा रहे थे और अंत में जैसे ही रात के 12 बजे वैसे ही जिला परिषद के खाते में 58 करोड 75 लाख 91 हजार 889 रूपयों की निधी ट्रान्सफर किये जाने का संदेश सरकार की ओर से प्राप्त हुआ. ऐसे में वित्त विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने राहत की सांस ली, क्योेेंकि अब इस निधी से आगामी वर्ष में तमाम विकास कार्य किये जायेंगे.

  • सामूहिक प्रयासों की सफलता

इस बारे में जानकारी देते हुए उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी तुकाराम टेकाडे, वित्त व लेखाधिकारी चंद्रशेखर खंडारे तथा लेखाधिकारी दत्तात्रय फिस्के ने बताया कि, वित्त विभाग के अधिकारी व कर्मचारी विगत अनेेक दिनों से मार्च एंडिंग हेतु मेहनत कर रहे है. इसमें किसी भी तरह की तकनीकी गलती बहुत भारी पड सकती है. ऐसे में सभी विभागों का हिसाब-किताब बडे ध्यानपूर्वक सरकार को भेजा जा रहा था. हम इस काम में सफल रहे. इसीलिए रात 12 बजते ही सरकार की ओर से 58 करोड 75 लाख 91 हजार 889 रूपये की निधी प्राप्त हुई है. यह वित्त विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है.

  • किस विभाग को मिली कितनी निधी

निर्माण – 18 करोड 52 लाख 10 हजार 594 रूपये
जलापूर्ति – 9 करोड 25 लाख 66 हजार रूपये
लघुसिंचन – 6 करोड 70 लाख 60 हजार 584 रूपये
समाज कल्याण – 3 करोड 79 लाख 29 हजार रूपये
महिला व बालकल्याण – 9 करोड 98 लाख 35 हजार 60 रूपये
कृषि – 11 करोड 55 लाख रूपये
पशु संवर्धन – 23 करोड 99 लाख रूपये
स्वास्थ्य – 22 करोड 36 हजार 779 रूपये
पंचायत विभाग – 40 करोड 67 लाख 4 हजार 50 रूपये
शिक्षा विभाग – 4 करोड 96 लाख 27 हजार रूपये
कुल – 58 करोड 75 लाख 91 हजार 889 रूपये

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