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शंकर मंदिर संस्थान रहाटगांव की दो एकड जमीन नीलामी में गई 10 करोड में

बिल्डर श्रीकांत धर्माले की रही सबसे उंची बोली

सहधर्मदाय आयुक्त ने के सामने हुई ओपन नीलामी
अमरावती- 17 अमरावती शहर के नागपुर रोड स्थित शंकर मंदिर संस्थान की दो एकड जमीन सहधर्मदाय आयुक्त की अदालत में खुली नीलामी में बिल्डर श्रीकांत धर्माले द्वारा 10 करोड 1 लाख 21 हजार रुपए में खरीदी गई है. लेकिन एक आपत्तिधारक की इस प्रकरण में सुनवाई जारी रहने से अभी आदेश जारी होना बाकी है.
जानकारी के मुताबिक नागपुर रोड पर रहाटगांव के पास लिंगायत समाज कीशंकर मंदिर संस्थान है. जिसके वर्तमान अध्यक्ष पूर्व सांसद अनंतराव गुढे है. इस धार्मिक संस्थान के पास 11 एकड जमीन उनके मालकी की है. लेकिन मंदिर का भाग राष्ट्रीय महामार्ग में गया रहने से उसका आधा हिस्सा टूट गया है. मंदिर परिसर के आसपास का इलाका जंगल परिसर है और मंदिर के निर्माण के लिए समाज के पास पैसा नहीं है, इस कारण शुरूआत में उसके निर्माण के लिए चंदा भी जमा कि गया. करीबन 20 से 25 लाख रुपए जमा भी हुए. लेकिन मंदिर के निर्माण और उसकी चारो तरफ सुरक्षा के लिए कंपाऊंड की निर्मिती करना आवश्यक रहने से संस्थान की 11 में से 2 एकड जमीन बिक्री करने के लिए सहधर्मदाय आयुक्त के पास अर्जी कर अनुमति मांगी गई. कोर्ट के आदेश के बाद इस संबंध में वर्ष 2020 में निविदा प्रकाशित की गई. लेकिन उस निविदा प्रक्रिया में निर्धारित किंमत और अमानत रकम अंकित न रहने से अनेको ने बंद लिफाफे में निविदा प्रस्तुत की. जिसमें एक निविदा संस्था के अध्यक्ष अनंतराव गुढे के नाम से 100 करोड की बिना हस्ताक्षर की थी. लेकनि गुढे ने उस समय वहां मौजूद रहते अपनी निविदा न रहने और वह कोर्ट को लिखकर देने के बाद बिल्डर शैलेश वानखडे की सबसे उंची बोली की 9 करोड 21 लाख की निविदा रही. लेकिन कुछ लोगों ने आपत्ति जताई. इस कारण सहधर्मदाय आयुक्त ने फिर से ओपन नीलामी के लिए निविदाकर्ताआएं को प्रत्ेकी पांच लाख रुपए पहले अमानत रक अदा करने कहा. पश्चात सोमवार को इस दो एकड जमीन की नीलामी हुई. जिसमें समीर जवंजाल, उदय चाकोते, सौरभ पनपालिया, शार्दुल एसोसिएट,मित्रांगण,बजाज,विजय तलडा और श्रीकांत धर्माले आदि बिल्डर अपने वकीलो के साथ शामिल हुए. ओपन बोली में श्रीकांत धर्माले की 10 करोड 21 ाख 1 हजार रुपए की उंची बोली रहने से कोर्ट ने उसे मंजूर किया. लेकिन इस दौरान एक निविदाकर्ता व आपत्तिकर्ता रामकिशोर अग्रवाल ने जताई आपत्ति की सुनवाई न होने और आदेश पारित न होने की बात अदालत को अग्रवाल ने प्रकाश में लाकर दी. इस कारण अब पहले उस आपत्ति की सुनवाई जारी की गई है. आज इस प्रकरण पर सुनवाई थी. वहीं दूसरी तरफ बिल्डर धर्माले द्वारा उंची बोली लगाए जाने के बाद उसे कोर्ट में रकम अदा करने समय मिलने की मांग करने वाले है. रामकिशोर अग्रवाल के प्रकरण की सुनवाई पूर्ण होने और निर्णय हो जाने के बाद सहधर्मदाय आयुक्त द्वारा नीलामी के संदर्भ में ऑर्डर निकाले जाएगे. तब न्यायालय के आदेश के मुताबिक बिल्डर धर्माले आगे की प्रक्रिया पूर्ण करनेवाले है.
मंदिर के निर्माण के लिए की गई प्रक्रिया
समाज का नागपुर रोड स्थित शंकर मंदिर राष्ट्री महामार्ग में चले जाने से टूटने के कारण उसके निर्माण के लिए संस्थान की 11 एकड जमीन में से दो जमीन की नीलामी करने चेरिटेबल कमिश्नर से अनुमति मांगी गई थी. अनुमति मिलने के बाद सभी बिल्डर अपने वकील के साथ कोर्ट में उपस्थित हुए. वह प्रक्रिया पूर्ण हुई है. सहधर्मदाय आयुक्त द्वारा ऑर्डर इस संबंध में अभी निकालने बाकी है.
अनंतराव गुढे, शंकर मंदिर संस्था, अध्यक्ष

कोर्ट के ऑर्डर के मुताबिक होगी जरूरी प्रक्रिया
सहधर्मदाय आयुक्त की कोर्ट में ओपन बोली में शंकर मंदिर संस्था की दो एकड जमीन ली गई है. इस बोली को कोर्ट ने मंजूर किया है. अभी र्आर्डर होना बाकी है. आगे की प्रक्रिया आदेश के मुताबिक पूर्ण की जाएगी.
श्रीकांत धर्माले, बिल्डर अमरावती

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