अमरावती

ढाई वर्ष राज्य में जैसा राजा वैसी प्रजा थी- चित्रा वाघ

राज्य की वर्तमान शिंदे-फडणवीस सरकार ने 100 दिन में 250 निर्णय लिये

महिलाओं का अपमान यह महाराष्ट्र राज्य की संस्कृति नहीं
महिला कार्यकर्ता सम्मेलन में भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष गरजी
अमरावती – /दि.10 राज्य में महाविकास आघाडी की सरकार ढाई वर्ष ऑनलाइन चली. जैसा राजा वैसी प्रजा हो गई थी. लेकिन वर्तमान की शिंदे-फडणवीस की सरकार ने सत्तारुढ होने के बाद केवल 100 दिन में 250 निर्णय लिये. इस सरकार द्बारा महिलाओं का सम्मान किया जाता है. महाराष्ट्र राज्य की संस्कृति महिलाओं का अपमान करना नहीं है. निवर्तमान सरकार ने सत्ता में रहते महिलाओं का अपमान ही किया है. इस आशय का प्रतिपादन भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष चित्रा वाघ ने करते हुए महाविकास आघाडी को आडे हाथों लिया.
बडनेरा रोड स्थित जाधव पैलेस में आज दोपहर 2 बजे आयोजित भाजपा महिला मोर्चा के कार्यकर्ता सम्मेलन में चित्रा वाघ बोल रही थी. उन्होंने अपने भाषण में कहा कि, प्रदेशाध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद पश्चिम विदर्भ का यह उनका पहला दौरा है. उन्होंने कहा कि, हमारी पार्टी सरकार में है. सत्ता परिवर्तन के पूर्व के ढाई साल देखे तो किसानों की आत्महत्या कोरोना काल में उपचार करने गई महिलाओं पर अत्याचार और सबसे घिनौनी घटना बडनेरा में एक महिला के गुप्तांग की जांच की गई थी. लेकिन वर्तमान में अब लोकाभिमुख शिंदे-फडणवीस सरकार है. पहले ढाई वर्ष ऑनलाइन सरकार चली. लेकिन अब वर्तमान सरकार द्बारा काम किये जा रहे है. 100 दिन में 250 निर्णय लिये गये. उद्धव ठाकरे की सरकार रहते महिलाओं पर अत्याचार होते रहे. महिलाओं को नेताओं ने गालिया दी. लेकिन उन पर कोई मामले दर्ज नहीं हुए और किसी महिला ने केवल सोशल मीडिया पर कोई टिप्पणी की, तो उन पर राजद्रोह का मामला, जेल भेजना यहीं काम चलता रहा. लेकिन वर्तमान सरकार मेें महिलाओं का सम्मान किया जाता है. भाजपा महिला मोर्चा के पदाधिकारी अथवा कार्यकर्ताओं में महिला अत्याचार को लेकर कोई घटना घटीत होने पर वहां किसी की अनुमति लिये बिना तत्काल पहुंचना चाहिए और पीडिता की सहायता कर पुलिस आगे क्या कार्रवाई कर रही है, यह देखना चाहिए. राज्य में पुलिस यंत्रणा ने ढाई वर्ष बराबर काम नहीं किया. एक विधायक ने महिला से मारपीट की. लेकिन वह खुले घुमते रहे और प्रशासन की सहायता मिलने से उसे जमानत भी मिल गई. उस समय जैसा राजा वैसी प्रजा थी. लेकिन शिंदे-फडणवीस सरकार आने के बाद नंदूरबार में एक माह पूर्व आदिवासी युवती पर सामूहिक बलात्कार हुआ और उसे मार दिया गया. इस प्रकरण में पुलिस अधिकारी की लापरवाही उजागर होने पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उसे तत्काल निलंबित कर दिया. अब महिलाओं को टेढी नजर से देखने वालों की राज्य में खैर नहीं रहेंगी. महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं को पीडिता के साथ एक सहेली और बहन बनकर साथ खडे रहना होगा. साथ ही घर-घर पहुंचकर केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार ने जो काम किये है, वह बताना होगा. सम्मेलन में शुरुआत में भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश महासचिव अश्विनी जीचकार, भाजपा जिलाध्यक्ष निवेदिता चौधरी, महिला मोर्चा की शहराध्यक्ष लता देशमुख, ग्रामीण जिलाध्यक्ष प्रियंका मालठाणे, भाजपा शहराध्यक्ष किरण पातुरकर ने भी अपने समयोचित विचार व्यक्त किये. मंच पर सांसद डॉ. अनिल बोंडे, पूर्व पार्षद सुरेखा लुंगारे, सुधाताई जाधव, मीनाताई पाठक, राधा कुरील, संगीता शिंदे, शिल्पा पाचघरे, रश्मी नावंदर सहित अनेक महिला पदाधिकारी उपस्थित थी.

यह महिला मंडल नहीं बल्कि राजनीतिक पार्टी है
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष चित्रा वाघ ने महिला सम्मेलन में उपस्थित भाजपा महिला पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को कहा कि, यह कोई महिला मंडल नहीं बल्कि राजनीतिक पार्टी है. जिनका लोहा पूरी दुनिया ने माना है, उस पार्टी की हम महिलाएं है. देश में आज 50 प्रतिशत महिलाएं नेतृत्व कर रही है. महिला मजबूतीकरण के लिए मोदी सरकार ने अनेक कदम उठाकर योजनाएं लागू की है. उन योजनाओं को भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं को घर-घर पहुंचाना है. देश को चूल्हामुक्त और धुलमुक्त करने का काम मोदी सरकार ने किया है. झुग्गी झोपडियों में गैस पहुंचाया है. कोरोना काल में सभी को नि:शुल्क राशन का वितरण किया गया. इसके अलावा महिलाओं को आत्मनिर्भर होने अनेक योजनाएं शुरु की. महिलाओं पर अत्याचार रोकने महिला मोर्चा है. केंद्र की मोदी और राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार जो सपना देख रही है. उसी तरह हमें सर्वश्रेष्ठ भारत व राज्य निर्माण करना है.

महिला कार्यकर्ता करें सोशल मीडिया का अधिक इस्तेमाल
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष चित्रा वाघ ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि, सभी भाजपा महिला कार्यकर्ताओं ने काम ऐसा करना चाहिए जिससे नाम हो. पार्टी मजबूत करने के लिए महिलाओं को अब काम से लगना होगा. देश और राज्य में अन्य सभी दल यहीं कहते आ रहे है, सरकार कोई भी आये भाजपा नहीं आनी चाहिए. इस कारण सभी महिलाओं ने किसी को खुश करने नहीं बल्कि अपने और पार्टी के लिए काम करना चाहिए. इसलिए सभी महिला कार्यकर्ता ट्विटर हैंडल, फेसबुक सहित सोशल मीडिया का अधिक से अधिक इस्तेमाल करें. आने वाले दिनों में इसी के माध्यम से केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी घर-घर तक हमे पहुंचाना है.

मोदी सरकार ने महिलाओं के लिए अनेक योजनाएं शुरु की- बोंडे
भाजपा महिला मोर्चा के कार्यकर्ता सम्मेलन में सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने कहा कि, महिलाओें के सशक्तिकरण के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अनेक योजनाएं शुरु की. साथ ही महत्वपूर्ण निर्णय भी लिये. सर्वप्रथम मोदी सरकार ने 3 तलाक पर पाबंदी लगाई. इसके अलावा प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना लाई. इस योजना के तहत प्रसूत महिलाओं को 6 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी. कोरोना काल में जनधन योजना के तहत महिलाओं के खाते में पैसे जमा किये. इन योजनाओं के अलावा मोदी सरकार ने जो योजनाएं शुरु की है. इसका अभ्यास कर भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने घर-घर तक पहुंचना चाहिए. हम राष्ट्रमाता जिजाउ, अहिल्या होलकर की बेटी है. महिलाओं ने बाघ की तरह राणरागिणी होना चाहिए और महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों को रोकने सामने आना चाहिए. देश की मोदी सरकार और राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार महिलाओं के स्वाभिमान के लिए और उन्हें आत्मनिर्भर करने के लिए जो योजनाएं ला रहे है, उसकी जानकारी लेकर लोगों तक पहुंचाना चाहिए. सुरक्षित व सुशिक्षित राज्य निर्माण करने के प्रयास महिला मोर्चा द्बारा होने चाहिए.

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