अमरावती/प्रतिनिधि दि.४ – आईआईएमसी व दक्षिण मध्य संस्कृति केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में भारतीय संस्कृति पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था. जिसमें आईआईएमसी के देशभर के केंद्रों से विद्यार्थियों ने सहभाग लिया. दो दिवसीय इस कार्यशाला के पहले दिन आईआईएमसी के विभागीय निदेशक डॉ. अनिल सौमित्र ने कार्यशाला के आयोजन के उद्देश्य की सविस्तार जानकारी दी.
कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में दक्षिण मध्यक्षेत्र सांस्कृति केंद्र के निदेशक डॉ. खिरवाडकर ने केंद्र के विषय में जानकारी दी साथ ही केंद्र का उद्देश्य व किस तरह के कार्य किए जा रहे है इस बात की भी जानकारी दी. तथा विद्यार्थियों को देश के विविध राज्यों की लोककला व परंपरा तथा संस्कृति से अवगत करवाया.
इस अवसर पर मराठी पत्रकारिता विभाग के प्रो. विनय सोनुले प्रमख रुप से उपस्थित थे. राज्य के नोडल अधिकारी एस.बी. धांडे ने महाराष्ट्र की संस्कृति तथा पी.एस.तिवारी ने मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ की संस्कृति व परंपराओं की जानकारी दी. उसी प्रकार यू.वी. इन्दूरकर तथा डी.पी.कुलकर्णी ने कर्नाटक व आंध्रप्रदेश की संस्कृति व परंपराओं की विस्तृत जानकारी दी. केंद्र की उपनिदेशक गौरी मराठे ने सांस्कृतिक पत्रकारिता की आवश्कताओं के विषय में मार्गदर्शन किया. कार्यशाला के दौरान आईआईएमसी के प्रो. विनय सोनुले ने प्रश्न मंजुषा के विजयी स्पर्धकों को पुरस्कार प्रदान किए.