अमरावती

मोर्शी तहसील में दो किसानों ने मौत को गले लगाया

कर्ज के बोझ से परेशान होकर उठाया घातक कदम

मोर्शी/ दि.6 – मोर्शी तहसील में चार दिन के भीतर दो किसानों ने कर्ज के बोझ से परेशान होकर अपनी इहलिला समाप्त कर ली. गुरुवार की रात 24 वर्षीय किसान ने घर में फांसी लगा ली और कल रविवार को 67 वर्षीय किसान ने सिंचाई के पाईप के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है.
तहसील के तलणी परिसर निवासी बाबाराव संपतराव सवई (67) ने लगातार फसल न होने और कर्ज का बोझ बढ जाने के कारण खुद के खेत में लगे कडू निम के पेड की टहनी के सहारे 5 फरवरी की सुबह 11 बजे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उनपर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया मोर्शी शाखा का करीब 6 लाख रुपए का कर्जा था. रविवार दोपहर 12 बजे उनका बेटा पंकज खेत में गया. उसे उसके पिता फांसी के फंदे पर झूलते हुए दिखाई दिया. इसकी जानकारी मोर्शी पुलिस थाने में दी गई. पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा कर लाश पोस्टमार्टम के लिए जिलाअस्पताल रवाना किया. पुलिस मामले की जांचकररही है. उनके पश्चात पत्नी, बेटा, दो बेटी ऐसा भरापुरा परिवार है.
इसी तरह मोर्शी शहर के सुलतानपुर निवासी 24 वर्षीय श्रवण मोतिराम ठाकरे नामक युवा किसान ने कर्ज से परेशान होकर खुद के घर में गुरुवार की रात फांसी लगाकर आत्महत्याकर ली. यह घटना शुक्रवार को उजागर हुई. गुुरुवार को हमेशा की तरह खेत का काम निपटाकर घर आया. मां घर पर नहीं थी यह अवसर देखकर देर रात के समय खुद को फांसी लगाकर इहलिला समाप्त की. श्रवण की मां ने शुक्रवार की सुबह दरवाजा खोलकर देखा. उस समय श्रवण फांसी के फंदे पर झूलता हुआ दिखाई दिया. पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा कर लाश पोस्टमार्टम के लिए रवाना की. पुलिस दोनों ही मामले में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर आगे की तहकीकात शुरु की है.

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