पूर्णा जलाशय के दो गेट ५ सेंटीमीटर तक खोले गए
अपर वर्धा जलाशय में पिछले वर्ष से इस बार ४९ फीसदी पानी अधिक
-
जिले के ९० जलाशय में ७४.३४ फीसदी पानी
अमरावती प्रतिनिधि/ दि.१३ – जिले में इस बार अच्छी बारिश मानी जा रही है. सभी नदी, तालाब लबालब भर चुके है. अपर वर्धा जलाशय में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष ४९ फीसदी पानी अधिक है. जिले के मध्यम जलाशय पूर्णा में पानी उपर तक लबालब भर चुका है. इस वजह से यहां के दो गेट ५ सेंटीमीटर तक खोले गए है. जिसमें से ७.६२ घनमीटर प्रति सेंकड रफ्तार से पानी निष्कासित हो रहा हे. अमरावती जिले में सबसे मुख्य जलास्त्रोत के लिए सबसे बडे जलाशय के रुप में अपर वर्धा (उध्र्व वर्धा) जलाशय है. पिछले वर्ष इसी दिन तक इस जलाशय में २४०.१४ दशलक्ष घनमीटर पानी था. जबकि इस वर्ष इस जलाशय में ५११.५० दशलक्ष घनमीटर जलसंचय है क्योंकि पिछले वर्ष की तुलना में ४८.११ फीसदी अधिक है. अपर वर्धा जलाशय फिलहाल लबालब भर चुका है. जलाशय छलकने की कगार पर है. इस वजह से अपर वर्धा जलाशय के गेट कभी भी खोले जा सकते है. जिले के ५ मध्यम जलाशयों पर नजर दौडाई जाए तो शहानुर जलाशय में ३३.०६ दलघमी (७१.८१ प्रतिशत) पानी भरा हुआ है. चंद्रभागा जलाशय में २५.८६ दलघमी (६२.६९ प्रतिशत) पानी, पूर्णा जलाशय में २४.९६ दलघमी (७०.९७ प्रतिशत) पानी भरा है, इस वजह से इस जलाशय के दो गेट ५ सेंटीमीटर तक खोले गए है. इसी तरह सपन जलाशय में २३.४४ दलघमी (६०.७३ प्रतिशत) पानी, पंढरी जलाशय में ५.४५ दलघमी (९.६६ प्रतिशत) पानी भरा है. इस तरह ५ मध्यम जलाशयों में ११२.७७ दलघमी (५१.८१ प्रतिशत) जलसंचय है. जिले में ८४ लघु जलाशय है. इनमें १२६.८१ दलघमी (५५.४६ प्रतिशत) पानी भरा है. इस तरह जिले भर के ९० बडे, मध्यम, लघु जलाशय में ७५१.०८ दलघमी (७४.३४ प्रतिशत) जलसंचय है. जबकि इन जलाशयों में पिछले वर्ष इसी वक्त केवल ४३९.९५ दलघमी (४३.५४ प्रतिशत) ही पानी भरा हुआ था. इससे इस बार की बारिश समाधानकारक मानी जा रही है. जिससे जिला वासियों के लिए शुभ संकेत माने जा रहे है.
जलाशयों में फिलहाल जलसंचय
जलाशय दलघमी प्रतिशत
अपर वर्धा ४११.५० ९०.६८
शहानुर ३३.०६ ७१.८१
चंद्रभागा २५.८६ ६२.६९
पूर्णा २४.९६ ७०.५७
सपन २३.४४ ६०.७३
पंढरी ०५.४५ ०९.६६
लघु १२६.८१ ५५.४६
कुल ९० ७५१.०८ ७४.८४