ट्रेन में चेन स्नैचिंग करनेवाली दो लडकियां धरी गई
अमरावती आरपीएफ दल की कार्रवाई
* सोने का मंगलसूत्र सहित 25 हजार रुपए का माल जब्त
अमरावती/दि. 20 – अब चलती ट्रेन में यात्रियों के गले से सोने का मंगलसूत्र सहित सोने गहने उडानेवाली लडकियों का गिरोह भी सक्रिय हो गया है. अमरावती आरपीएफ पुलिस के दल ने रविवार 18 अगस्त को अमरावती एक्सप्रेस में ड्यूटी पर तैनात रहते अकोला स्टेशन पर दो संदिग्ध युवतियों को घुमते देख चोरी का मंगलसूत्र जब्त कर लिया. इन दोनों नाबालिग युवतियों को भुसावल जीआरपी पुलिस के कब्जे में दे दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक रविवार 18 अगस्त को ट्रेन नं. 12112 अमरावती एक्सप्रेस अमरावती मॉडल रेलवे स्टेशन से रवाना हुई तब इस ट्रेन में भुसावल मंडल अंतर्गत अमरावती रेलवे स्टेशन के आरपीएफ के थानेदार सलीम खान के मार्गदर्शन में पुलिस जवान स्लीपर कोच में तैनात थे. यह एक्सप्रेस ट्रेन अकोला स्टेशन पर पहुंचने पर स्लीपर कोच क्रमांक एस-1 में एक महिला यात्री को चढते समय उसके गले से सोने का मंगलसूत्र झपटकर दो नाबालिग युवतियों को भागते हुए अमरावती के आरपीएफ जवानों ने देखा. संबंधित महिला की आवाज सुनते ही अमरावती स्क्वॉड के जवान मंगेश दुधाने ने तत्काल दोनों लडकियों को पकड लिया और वहां मौजूद महिला यात्रियों के जरिए उनकी तलाशी ली तब उनके पास कुछ नहीं मिला. लेकिन संदेह होने पर मंगेश दुधाने ने कोच के गेट पर जाकर जायजा किया तब महिला यात्री के गले से झपटा हुआ सोने का मंगलसूत्र और सोने के मणी वहां पडे दिखाई दिए. जिसकी किमत 25 हजार रुपए बताई जाती है. यह टूटा हुआ मंगलसूत्र जब संबंधित महिला यात्री को बताया तब उसने यह मंगलसूत्र उसका रहने की जानकारी दी. पश्चात दोनों नाबालिग युवतियों को कब्जे में लेकर स्क्वॉटिंग दल के इंचार्ज एस. एस. भिलावेकर से घटना की जानकारी ली गई. संबंधित महिला यात्री जयश्री रमेश इरतकर यह अमरावती एक्सप्रेस में कोच नं. एस-1 में अकोला से भुसावल अपने परिवार के साथ यात्रा कर रही थी. इस महिला को भुसावल से कोटा (राजस्थान) अपनी बेटी की शिक्षा के लिए जाना था. इस कारण उसने एफआईआर दर्ज करने से इंकार कर दिया. घटना की जानकारी स्क्वॉटिंग के इंचार्ज ने अमरावती आरपीएफ के थानेदार सलीम खान को दी. तब महिला यात्री के पति द्वारा एफआईआर नहीं देने के संबंध में बयान दर्ज किया गया. पश्चात दोनों नाबालिगो को आगे की कार्रवाई के लिए भुसावल पहुंचने पर जीआरपी पुलिस के हवाले कर दिया गया. यह दोनों नाबालिग अकोला जिले के पातूर की रहनेवाली बताई जाती है. इस घटना से यह साबित हो गया है कि, अब ट्रेनों में नाबालिग लडकियों का गिरोह भी सक्रिय हो गया है.