ओबीसी के लिए प्रत्येक जिले में दो छात्रावास
शासन के निर्देश, ओबीसी महासंघ के संघर्ष को सफलता
नागपुर/दि.1– अन्य पिछडावर्गीयों के लिए संघर्ष करने वाले राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के प्रयासों को बडी सफलता मिली है. राज्यशासन ने जिला निहाय प्रत्येक दो के मुताबिक 72 छात्रावास शुरु करने के आदेश जारी किए है.
राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ की तरफ से ओबीसी विद्यार्थियों के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष बबनराव तायवाडे के नेतृत्व में लगातार ओबीसी समाज के प्रश्नों पर आंदोलन कर राज्य व केंद्र सरकार का ध्यान केंद्रीत किया जा रहा था. राज्य शासन व्दारा स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से अन्य पिछडावर्गीय व भटक्या विमुक्त विद्यार्थियों के लिए छात्रावास शुरु करने का निर्णय लिया गया था. इसका ओबीसी महासंघ की तरफ से कडा विरोध किया गया था. स्वयंसेवी संस्था की बजाए राज्य शासन व्दारा यह छात्रावास चलाने की मांग की जाती रही. इसमें सफलता मिली. राज्य शाासन ने अपने आदेश में सुधार किया है और खुद छात्रावास चलाने का निर्णय लिया. इसके लिए इमारत किराये से लेकर 100 छात्रों और 100 छात्राओं की व्यवस्था रहे प्रत्येक जिले में दो छात्रावास शुरु किए जाएंगे. इसमें दोनों समय भोजन की व्यवस्था की जाने वाली है. राज्य के 7200 विद्यार्थियों को इसका लाभ मिलेगा. राज्य के अभिमत विद्यापीठ में व्यवसायिक शिक्षा लेने वाले अन्य पिछडावर्गीय विद्यार्थियों को शिक्षण शुल्क व शिक्षण शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए पात्र रहनेवाले विद्यार्थियों को राजश्री छत्रपति शाहू महाराज शिक्षण शिष्यवृत्ति का लाभ देने की मांग ओबीसी महासंघ की तरफ से लगातार की जा रही है. यह मांग भी राज्य शासन ने मंजूर की है.