आरटीओ में दो घंटे आंदोलन, लोगों को परेशानी
प्रलंबित मांगों पर ध्यान खींचने लेखनी बंद
अमरावती/दि.8- प्रादेशिक परिवहन कार्यालय के अधिकारी-कर्मियों के राज्यव्यापी आंदोलन का अमरावती में भी व्यापक असर पडा. दो घंटे लेखनी बंद आंदोलन कर कर्मचारियों ने शासन का ध्यान खींचने का प्रयास किया. मगर सप्ताह का पहला दिन होने से अपने लाइसेंस आदि के काम लेकर आए लोगों को इससे परेशानी झेलनी पडी. दूसरी ओर आंदोलनकारी कर्मचारियों का कहना है कि, आकृतिबंद मंजूर होने के छह माह बाद भी उस पर अमल नहीं हो रहा है. 5-6 वर्षो से कर्मचारी श्रेणी-2 की पदोन्नति नहीं हो पाई है. डेढ साल से कलसकर समिति का अहवाल पेश नहीं होने से उसका क्रियान्वयन नहीं किया जा रहा. राज्यस्त पर कामकाज में एकरुपता नहीं है. जिसके कारण कर्मचारियों पर नाहक कार्रवाई होने का आरोप भी आंदोलनकारियों ने लगाया.
आंदोलन मेें अनिल मानकर, के नेतृत्व में मीना मडावी, संगीता भिलावेकर, मीनल गिरे, रोहिणी दातार, सुचिता होले, मनीषा भस्मे, मीनल गिरे, शीला मोरे, अक्षय राठोड, संजय चौधरी, देवेंद्र कलमकर, प्रमोद निंभोरकर, साहेबराव कात्रे, संदीप अढागले, प्रवीण मुंगले, देवानंद खंडारे, आशीष प्रधान, शंकर गावंडे, आशीष सोलंकी, स्वप्नील खडसे सहित प्रादेशिक परिवहन कार्यालय के कर्मचारी सहभागी हुए. संगठन को मजबूत करने के नारे भी लगाए गए.