बडनेरा रेलवे स्टेशन पर लगी दो लिफ्ट
दिव्यांग, वरिष्ठ नागरिक और मरिजो को प्लेटफॉर्म से पुल पर जाने के लिए सुविधा
अमरावती /दि. 2– अमृत-दो योजना के तहत मध्य रेलवे के बडनेरा रेलवे स्टेशन का विकास किया जा रहा है. जिसके तहत यहां दो एस्केलेटर व प्लेटफॉर्म क्रमांक 1 व 2 पर दो लिफ्ट लगाई गई है. इसका दिव्यांग, गर्भवती महिला, मरीज, वरिष्ठ नागरिक प्लेटफॉर्म से बाहर निकलने के लिए इस्तेमाल कर रहे है.
बडनेरा रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए छोटे पुल तोडकर बडे पुल का निर्माण किया गया है. यह पुल काफी उंचा और लंबा है. इस बाबत यात्रियों द्वारा शिकायत किए जाने के बाद सर्वप्रथम पिछले बाजू से एस्केलेटर लगाया गया. पश्चात अब मुख्य द्वार की तरफ भी एस्केलेटर लगाया गया है. इस रेलवे स्टेशन पर कुल 4 प्लेटफॉर्म है. इसमें से प्लेटफॉर्म नं. 1 और 2 पर यात्रियों की सर्वाधिक भीड रहती है. इस कारण यहां पुल तक उपर चढने के लिए लिफ्ट बैठाई गई है. इस कारण अनेक वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग, गर्भवती महिला सहित मरीजों और उसके साथ रहनेवाले रिश्तेदारों की परेशानी दूर हुई है. इतना ही नहीं बल्कि जल्द चढना और उतरना भी संभव हो गया है. जिस समय प्लेटफॉर्म पर भीड रहती है उस समय लिफ्ट से पुल तक चढने में समय लगता है. क्योंकि यात्रियों को प्रतिक्षा करनी पडती है. अनेक बार युवक और युवती भी इस लिफ्ट का इस्तेमाल करते दिखाई देते है. इसे देखते हुए लिफ्ट में वरिष्ठ नागरिक, मरीज, दिव्यांग सहित जो सचमुच मजबूर है, ऐसे को प्राथमिकता देने का आवाहन रेलवे प्रशासन द्वारा किया गया है. लेकिन इस आवाहन का ज्यादा असर हुआ दिखाई नहीं देता. इसके लिए भी अब रेल प्रशासन को उपाययोजना करनी पडेगी.
* बैटरी कार की भी सुविधा
बडनेरा रेलवे स्टेशन से पूरे दिन में करीबन 60 ट्रेनो का आवागमन होता है. अनेक यात्रियों को लंबे पुल से पैदल चढना संभव नहीं हो पाता. इस कारण ऐसे यात्रियों की सुविधा के लिए बैटरी कार भी शुरु की गई है. इस कार का शुल्क प्रति यात्री 16 रुपए है. इसमें तीन यात्री बैठ सकते है. इस बैटरी कार में यात्रियों सहित उनका सामान भी रखने की सुविधा है.
* फिलहाल एस्केलेटर की सुविधा
बडनेरा रेलवे स्टेशन के आगे और पीछे के प्रवेश द्वार पर प्लेटफॉर्म तक लाकर छोडनेवाले पुल तक यात्रियों को चढने में परेशानी न होने के लिए एस्केलेटर की सुविधा की गई है. साथ ही सीधे प्लेटफॉर्म पर उतरनेवाली दो लिफ्ट भी शुरु हो गई है.
– जीवन चौधरी, जनसंपर्क अधिकारी, मध्य रेलवे.