अमरावती

जांच समिति के दो सदस्य कोरोना पॉजिटीव

लोगो दीपाली चव्हाण आत्महत्या मामला

  • अभी तक जांच समिति की संयुक्त बैठक भी नहीं हुई

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२१ – वन विभाग व्दारा गठीत की गई 9 सदस्यीय जांच समिति के 2 सदस्य ही कोरोना पॉजिटीव आये है. जिससे जांच फिर एक बार प्रभावित होने की शक्यता निर्माण हुई है. इस समिति की अभी तक संयुक्त बैठक भी न होने की जानकारी सामने आयी है.
हरिसाल स्थित वनपरिक्षेत्र अधिकारी दीपाली चव्हाण की आत्महत्या मामले में एम.एस.रेड्डी व विनोद शिवकुमार इन दोनों आईएफएस अधिकारियों के खिलाफ गंभीर आरोप है. उनमें से शिवकुमार के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रवृत्त करने के मामले में अपराध दर्ज हुआ है. राज्य के प्रधान मुख्य वन संरक्षक जी.साईप्रकाश के आदेश पर 9 सदस्यीय समिति का गठन हुआ है. उसमें अधिकांश आईएफएस अधिकारियों का सर्वाधिक समावेश किया गया है. जिससे यह समिति आरोप रहने वालों की जांच कैसे करेगी, इस तरह का प्रश्न उपस्थित हुआ है. इसी समिति की 3 उपसमितियां गठीत कर जांच करने का दावा वरिष्ठों ने किया है. दीपाली के कार्यालय समेत वह रह रही हरिसाल के निवास स्थान को भी इस सदस्यों ने भेंट दी है. दीपाली की व्यक्तिगत डायरी के साथ ही कुछ दस्तावेज समिति ने जांचे. किंतु उसमें निश्चित कौनसे मुद्दे आगे आये, इस संदर्भ में समिति का एक भी सदस्य बोलने तैयार नहीं है. मामला गंभीर है. अब तक इस समिति की अलग अलग बैठके हुई है. फिर भी संयुक्त बैठक होकर गठीत उपसमिति के सामने कौनसे मुद्दे आगे आये, इस बाबत संभ्रम कायम है.

  • कंत्राटी कर्मचारियों पर लडकती तलवार

मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प में कायम करने के लिए टायगर फाउंडेशन की स्थापना हुई. इसमें 13 विविध कंत्राटी पद भरे गए. फाउंडेशन के अंतर्गत हुए कुछ काम गैर कानूनी रहने का आरोप अनेक संगठनों ने किया. उसमें रहने वाले अनेक कंत्राटी कर्मचारी, अधिकारी यह एम.एस.रेड्डी की मर्जी के है. जिससे टायगर फाउंडेशन के काम की समीक्षा करना शुरु है. अभी तक किस पर कार्रवाई नहीं हुई, ऐसा मुख्य वनसंरक्षक प्रवीण चव्हाण ने बताया.

  • समिति के दो सदस्य कोरोना पॉजिटीव है

उपसमितियों की संयुक्त ऑनलाइन बैठक गुरुवार को होगी. पहले चरण में 15 मुद्दों की जांच हुई. दूसरे चरण में अब क्या उपाय करते आयेंगे इसपर चर्चा होगी.
– एम.के. राव, प्रधान मुख्य वनसंरक्षक, नागपुर

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