देशसेवा करनेवाले दो नाईकवाडे बंधु का 25 दिनों में निधन
आदर्श नेहरु नगर का बीएसएफ जवान था बीमार
* दूसरे भाई की गढचिरोली में हुई आकस्मिक मौत
अमरावती /दि. 4– शहर के मालटेकडी परिसर में स्थित आदर्श नेहरु नगर के एक 39 वर्षीय बीएसएफ जवान की बीमारी से गुरुवार 2 जनवरी को मृत्यु हो गई. उसकी शुक्रवार 3 जनवरी को शासकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की जानेवाली है. इसी जवान का भाई गढचिरोली पुलिस दल में कार्यरत था. उसकी 7 दिसंबर को आकस्मिक मृत्यु हो गई. देश सेवा के लिए कार्यरत नाईकवाडे परिवार के दो जवान भाईयों की 25 दिनों में मृत्यु होने से परिसर में शोक व्याप्त है.
जानकारी के मुताबिक मृतक बीएसएफ जवान का नाम आदर्श नेहरु नगर अमरावती निवासी ऋषिकेश सुंदरराव नाईकवाडे (39) है. ऋषिकेश को पेट की तकलीफ थी. 10 दिन पूर्व ही उसके पेट पर शहर में ही शस्त्रक्रिया भी हुई थी. वह ठिक होकर 6 जनवरी को फिर से गांधी नगर (गुजरात) अपनी ड्यूटी पर कार्यरत होने जानेवाले थे. लेकिन 1 जनवरी की रात 8.30 बजे अचानक उनकी तबियत फिर बिगड गई. पश्चात उन्हें तत्काल शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया. उपचार शुरु रहते उनकी गुरुवार को सुबह मृत्यु हो गई. ऋषिकेश के घर की परिस्थिति सामान्य थी. 2004 में मेहनत कर वे बीएसएफ में कार्यरत हुए थे. पिछले 20 साल की नौकरी में उन्होंने देश विविध राज्यों में सेवा दी है. ऋषिकेश के मुताबिक उनका भाई अविनाश नाईकवाडे भी महाराष्ट्र पुलिस दल में सेवारत हुआ था. अविनाश गढचिरोली में कार्यरत था. लेकिन दोनों भाई की केवल 25 दिनों के अंतर में मृत्यु हो जाने से परिवार में गहरा शोक व्याप्त है. 7 दिसंबर को अविनाश की गढचिरोली में आकस्मिक मृत्यु हो गई. यह जानकारी मिलते ही ऋषिकेश गुजरात से शहर में आया था. अपने भाई का अंतिम संस्कार करने के बाद कुछ दिनों में ही उसे पेट की तकलीफ शुरु होने से उन्होंने अमरावती में उपचार लिया. लेकिन उपचार शुरु रहते ऋषिकेश ने भी दम तोड दिया. ऋषिकेश यह चार भाई है. अश्वमेघ सबसे बडा, दूसरे नंबर का ऋषिकेश, तीसरे नंबर का अविनाश और सबसे छोटा विवेक है. ऋषिकेश के पीछे पत्नी, एक बेटा, एक बेटी का भरापूरा परिवार है. शुक्रवारी 3 जनवरी को दोपहर 12 बजे ऋषिकेश नाईकवाडे का अंतिम संस्कार किया गया.
* ऋषिकेश की बहू शीतल बीएसएफ जवान
नाईकवाडे परिवार की बहू शीतल विवेक नाईकवाडे भी बीएसएफ में कार्यरत है. वह फिलहाल राजस्थान में सेवारत है. 7 दिसंबर को शीतल भी अपने जेठ अविनाश के निधन के कारण अमरावती पहुंची थी. वह हाल ही में अमरावती से ड्यूटी पर कार्यरत होने राजस्थान पहुंची थी. लेकिन अब ऋषिकेश के निधन के समाचार मिलते ही वह राजस्थान से अमरावती के लिए रवाना हो गई है.