अमरावतीमहाराष्ट्र

साद्राबाडी में दो दिन में दो लोगों की आकस्मिक मौत

स्वास्थ विभाग की लापरवाह कार्यप्रणाली

धारणी/दि.26– पिछले सप्ताह में दो दिन में साद्राबाडी गांव में एक वृद्ध और एक युवक की आकस्मिक मृत्यु हो गई. वहीं गर्भमाता को वैद्यकीय सहायता न मिलने से गर्भपात कराना पडा. इस घटना से स्वास्थ विभाग की लापरवाह कार्यप्रणाली उजागर हुई है.
धारणी से 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित साद्राबाडी में बुधवार और गुरुवार को शैलेश अमरसिंह ठाकरे (23) और किशोट बाटुसुतार (55) की आकस्मिक मृत्यु हो गई. वहीं साद्राबाडी निवासी एक गर्भवती माता का गर्भपात किया गया. तबियत बिगडने से उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से धारणी के जिला अस्पताल में रेफर किया गया था. धारणी में भी प्रतिसाद न मिलने से अमरावती रेफर करने की तैयारी चल रही थी. लेकिन उसी समय वेदना बढने से उसका गर्भपात करना पडा. इन तीनों घटनाओं से संपूर्ण मेलघाट की लापरवाह स्वास्थ्य सेवा उजागर हुई है. भाग्यवश गर्भपात करने के बाद भी संबंधित महिला की हालत ठीक है. इस महिला को पहले ही 4 संतान है. 5 वीं बार वह जुडवां बच्चों को जन्म देनेवाली थी. लेकिन समय से पूर्व ही वेदना होने से उसका गर्भपात करना पडा. हाल ही में चिखलदरा तहसील के जामुननाला ग्राम निवासी एक आदिवासी महिला की 1 अगस्त को नागपुर के मेडीकल कॉलेज में मृत्यु और 22 अगस्त को उसके नवजात की मृत्यु हो गई. इस घटना के बाद साद्राबाडी में हुई इस घटना से खलबली मच गई है. 15 दिन पूर्व साद्राबाडी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत झिल्पी गांव में माता मृत्यु हुई थी. साद्राबाडी और झिल्पी गांव राजनीतिक दृष्टि से संवेदनशील माने जाते है. अगस्त माह में हुई इस तरह की घटनाओं को देखते हुए अब स्वास्थ विभाग को सतर्क रहने की आवश्यकता है.

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