दो पॉजीटिव गर्भवती महिलाओं ने जच्चा-बच्चा को दिया जन्म
डॉक्टरों की टीम बच्चों का रख रही विशेष ख्याल
प्रतिनिधि/दि.१८
अमरावती– कोरोना विपदा के दौर में शहर में नए-नए किस्से सामने आ रहे है. कोरोना के साए में गर्भवती महिलाए भी आ गई है. फिर भी महिलाओं सहित छोटे बच्चों ने कोरोना पर मात करते हुए सुरक्षित अपने घर लौटने का काम किया है. हाल ही में दो दिनों पहले दो गर्भवती महिलाओं को सुपर स्पेशलिटि अस्पताल में लाया गया था. लेकिन दोनों की कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव पायी गई थी. जिसके बाद दोनो महिलाओं को कोविड वार्ड में भर्ती किया गया. जहां पर उनकी प्रसुती हुई और दोनो महिलाओं ने स्वास्थ्य जच्चा-बच्चा को जन्म दिया. कोविड अस्पताल के कोविड वार्ड में ही डॉक्टरों की विशेष टीम द्वारा जच्चा बच्चा का विशेष ख्याल रखा जा रहा है. यहां बता दे कि कोरोना के इस कहर में तीन माह के मासूम समेत ९५ वर्षीय बुजुर्ग संक्रमित पाए गए है. जबकि अब तक ऐसे कई संक्रमित महिलाएं पायी गई है, जो कि गर्भवती थी. ऐसे संक्रमि महिलाओं के खोक में पल रहे शिशु पर कोरोना का कोई असर ना पडे, इसलिए उन्हें पहले ही इाईरिस्क मरीजों में न रखते हुए उन पर उपचार शुरु किया जाता है. जबकि इसके पहले भी यशोदा नगर निवासी १९ वर्षीय महिला गर्भवती रहने से कोविड वार्ड में प्रसुती हुई थी और दोनो ही मां बेटे कोरोना को हराकर घर वापस लौटे थेऔर हर हाल ही में गर्भवती महिलाए पॉजीटिव रहने से सुरपस्पेशलिटी अस्पताल के कोविड वार्ड में दाखिल कर डॉक्टरों की टीम उन पर पल-पल निगरानी रखे हुई थी. हाल ही में उन दोनो गर्भवती महिलाओं ने बच्चों को जन्म दिया है. जिसमें डफरीन अस्पताल की डॉक्टरों की टीम काफी सहयोग कर रही है. जच्चा-बच्चा दोनो सुरक्षित बताए गए है. शिशु पर कोरोना का साया न पडने हेतु मां व बेटे को अलग वार्ड में दाखिल कर उन पर उपचार किया जा रहा है और जल्द ही जच्चा-बच्चा कोरोना को हराकर घर वापस लौटने की बात जिलाधीश ने कही है.
अस्पताल में एनआईसीयू कक्ष तैयार
कई बार प्रसुति के पश्चात बच्चों को उचित उपचार मिल पाना जरुरी होता है, जिसके लिए एनआईसीयू कक्ष डफरीन अस्पताल में स्थापित है, लेकिन अब तक सुरपस्पेशलिटी अस्पताल में तीन संक्रमित महिलाओं की प्रसूति होने से भविष्य में ऐसे कई मामले हो सकते है. इसलिए सुरपस्पेशलिटी अस्पताल में विशेष एनआईसीयू कक्ष तैयार किया गया है.