अमरावती

दो निजी कोविड हॉस्पिटल हुए बंद

मरीजों की संख्या घटने से लिया गया निर्णय

  • प्रशासन ने ली राहत की सांस

अमरावती/दि.२६ – किसी समय रोजाना ढाई सौ से साढे तीन सौ मरीज पाये जानेवाले अमावती जिले में अक्तूबर माह के प्रारंभ से नये मरीज पाये जाने का प्रमाण काफी हद तक घट गया है. वहीं दूसरी ओर इससे पहले कोरोना संक्रमित पाये गये मरीज बडी संख्या में कोविड मुक्त होकर कोविड अस्पतालों से डिस्चार्ज प्राप्त करते हुए घर लौट रहे है. ऐसे में सरकारी व निजी कोविड अस्पतालों में भरती रहनेवाले मरीजों की संख्या काफी कम हो गयी है. जिसके परिणाम स्वरूप शहर में खोले गये महावीर प्राईम पार्क व पर्ल हॉस्पिटल इन दो निजी कोविड अस्पतालों को बंद कर दिया गया है. साथ ही अन्य निजी कोविड अस्पताल भी बंद होने की राह पर है.
बता दें कि, जुलाई व अगस्त माह के दौरान जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में अचानक ही बेतहाशा वृध्दि होनी शुरू हुई और संक्रमित मरीजों को भरती करने के लिए सरकारी कोविड अस्पताल अपर्याप्त साबित होने लगा. ऐसे में निजी कोविड अस्पतालों को अनुमति दी गई और शहर सहित जिले में ११ निजी कोविड अस्पतालों सहित ५ कोविड हेल्थ केयर सेंटरों को मंजूरी प्रदान की गई. इसके बावजूद सितंबर माह में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ रही थी. जिसके चलते प्रशासन ने आयटीआय बिल्डींग और विभागीय क्रीडा संकुल में भी कोविड अस्पताल खोलने की तैयारी शुरू कर दी थी. लेकिन इसके बाद अक्तूबर माह के प्रारंभ से अकस्मात ही कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आनी शुरू हुई. वहीं दूसरी ओर अधिकांश मरीज कोविड मुक्त होकर अपने घर लौट गये. ऐसे में सरकारी व निजी कोविड अस्पतालों के अधिकांश बेड अब रिक्त पडे है. जिसकी वजह से जहां एक ओर दो निजी कोविड अस्पतालों ने अपना काम बंद करने का निर्णय लेते हुए मनपा प्रशासन को इस आशय की सुचना दे दी है. वहीं दूसरी ओर अन्य कई निजी कोविड अस्पताल व कोविड केयर हेल्थ सेंटर भी अब बंद होने के रास्ते पर है.
ज्ञात रहे कि, विगत २३ अक्तूबर को जिले में १०७ नये संक्रमित पाये गये. वहीं इसी दिन अस्पतालों में भरती रहनेवाले १५९ लोगों को डिस्चार्ज मिला.
इसी तरह २४ अक्तूबर को ६१ नये संक्रमित मरीज पाये गये और ७८ मरीजोें को डिस्चार्ज मिला. जानकारी के मुताबिक एमआयडीसी मार्ग पर महावीर प्राईम पार्क नामक निजी कोविड अस्पताल में विगत आठ दिनों से मरीजों की संख्या नगण्य हो गयी है और ९५ बेड संख्या रहनेवाले इस अस्पताल में १९ अक्तूबर को केवल २ मरीज ही भरती थे. जिन्हें अब डिस्चार्ज मिल चुका है. ऐसे में भरती मरीजों की संख्या निरंक होने के चलते महावीर प्राईम पार्क हॉस्पिटल को बंद करने का निर्णय इस अस्पताल के संचालकों द्वारा लिया गया है. जिसके बारे में मनपा प्रशासन को पत्र जारी किया गया है. इसी तरह पर्ल हॉस्पिटल में कुल ८४ बेड है और १९ अक्तूबर को यहां पर केवल १२ मरीज भरती है. जिनमें से अधिकांश जल्द ही डिस्चार्ज प्राप्त कर लेंगे. ऐसे में इस निजी कोविड अस्पताल के संचालकों ने भी मनपा प्रशासन को अपना कामकाज बंद करने की अनुमति मिलने के संदर्भ में पत्र दिया है. इसी तरह चांदूर रेल्वे स्थित माझी माय अस्पताल में ४१ बेड की क्षमता है. जहां पर १९ अक्तूबर से एक भी कोरोना संक्रमित मरीज भरती नहीं है. इसी तरह मोर्शी के कोविड हेल्थ केयर सेंटर में उपलब्ध २० बेड भी विगत कुछ दिनों से लगातार खाली पडे है. ऐसे में इन दोनों जगहों पर भी कोरोना से संबंधित कामकाज को खत्म करने का निर्णय लिया जा सकता है.

खतरा अभी टला नहीं, सतर्क रहे

जिले में शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित मरीजों में जबर्दस्त कमी आयी है और कोरोना टेस्ट का प्रमाण भी घट गया है. लोग काफी हद तक बेफिक्र हो गये है और बीमार पडने पर अस्पताल जाने की बजाय घर पर रहते हुए ही इलाज करवा रहे है. लेकिन खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है. ऐसे में बुजुर्गों व छोटे बच्चों ने घर से बाहर जाना टालना चाहिए. वहीं सभी लोगोें ने मास्क और सोशल डिस्टंसिंग का प्रयोग करना चाहिए.
– प्रशांत रोडे आयुक्त, अमरावती मनपा

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