अमरावती/दि.26 – राज्य में सालभर से कोरोना महामारी के चलते स्कूल वैन चालकों पर भुखमरी की नौबत आ गई है. कामधंधा न रहने से अब तक जिले के दो स्कूल वैन चालकों ने आत्महत्या करने की बात सामने आयी है.
कोरोना विषाणु का बढता प्रादुर्भाव देख राज्य में लॉकडाउन रहने से शाला बंद है. जिससे स्कूल वैन चालकों के हाथ को पिछले एक साल से कोई काम नहीं. काफी स्कूल वैन चालकों ने फायनान्स कंपनी से वाहन खरीदी किये है. शाला शुरु न होने से उनपर भूखमरी की नौबत आयी है. इसी में फायनान्स कंपनी के अधिकारियों की त्रासदी के चलते जिले के दो स्कूल वैन चालकों ने पिछले एक वर्ष में आत्महत्या की. राज्य में अब तक 6 स्कूल वैन चालकों की आत्महत्या के मामले सामने आये है. कुछ स्कूल वैन चालकों ने परिवार संभालने लिए जोडधंधा शुरु कर परिवार का पालन पोषण कर है है. कोई सब्जी तो कोई घर पर ही किराना दुकान डालकर घर चला रहा हेै. राज्य के महाराष्ट्र राज्य चालक-मालक विद्यार्थी वाहतूक संगठन के पदाधिकारी मुख्यमंत्री निवास के सामने 1 से 10 मई के बीच दस्तक देंगे. उसके लिए जिले से 40 से 50 स्कूल वैन चालक मुंबई रवाना हो गए.
- राज्य के कुछ स्कूल वैन चालक मुख्यमंत्री के घर के सामने आत्मदाह करने की अनुमति मांगेंगे. अपनी मांगे उनके सामने रखेंगे, मांग मान्य न हुई तो मुख्यमंत्री निवास के सामने आत्मदाह किया जाएगा.
– अतुल कोंडे, जिलाध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य चालक-मालक विद्यार्थी वाहतूक संगठन