एकवीरा देवी को रोज दो हजार पान का भोग
तांबूल अर्पित कर श्रद्धालुओं में नित्य वितरण
* तीन समर्पित कर्मी करते तैयार
अमरावती/दि. 10 – श्री एकवीरा देवी संस्थान में देवी को प्रति दिन दो हजार पान का तांबूल भोग अर्पित किया जा रहा है. संस्थान के तीन कर्मचारी खास इसी भोग के लिए समर्पित हैं. वे तीनों उषा मडावी, कांता शिर्के, लक्ष्मण केवदे यह तांबूल रोज तैयार करते हैैं. जिसमें नाना प्रकार की वस्तुएं डाली जाती है. एक भी चीज भूलते नहीं, इसका उषा मडावी और कांता शिर्के पूरा ध्यान रखती है.
* बारह महीने पान का बीडा
एकवीरा देवी को बारह माह पान का बीडा अर्थात तांबूल का भोग भी लगाया जाता है. नवरात्रि के इन दिनों में हजारों-लाखों दर्शनार्थियों की संख्या देखते हुए रोज हजारों पान का बीडा बनाए जाने और उसे देवी को अर्पित करने के बाद भाविकों में वितरीत करने की जानकारी एकवीरा देवी संस्था के सचिव चंद्रशेखर कुलकर्णी ने दी. उन्होंने बताया कि, नवरात्रि में श्रद्धालुओं की संख्या बढ जाती है. अत: पान की संख्या भी हजारों में की जाती है. जिसमें कथ्था, चूना, सौंफ, ज्येष्ठमद, गूंजपत्ति, सुपारी, जायफल, सूंठ, ठंडाई, बदाम, केशर, पिस्ता, किसमीस, लौंग, दालचीनी, खोबरा, मिसरी आदि अनेक पदार्थ मिलाए जाते हैं.
* सबेरे 8 बजे से कुटाई
बीडे तैयार कर सुबह 8 बजे से उसे खलबत्ते में कूटा जाता है. तडके देवी का श्रृंगार कर भोग लगाया जाता है. पूर्वान्ह 11.30 बजे भोग आरती पश्चात देवी को तांबूल अर्पण किए जाने की जानकारी शरद अग्रवाल ने दी. उन्होंने बताया कि, पान को चूना और कथ्था लगाने के बाद उसमें अनेक आइटम डाले जाते है. नवरात्रि में पान की संख्या दो हजार हो जाती है. आम दिनों में 200-300 पान लगते ही हैं. भक्त बडी श्रद्धा से तांबूल का प्रसाद लेते है. पुरोहित बताते हैं कि, अनेक भक्त तांबूल की मांग करते हैं.