ताडोबा में दो बाघों की मृत्यु
चंद्रपुर/ दि.23– ताडोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के कोलसा वनपरिक्षेत्र में दो बाघों के शव दिखाई दिए. संघर्ष में इन दोनों बाघों की मृत्यु होने की संभावना वन विभाग द्बारा व्यक्त की गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद बाघों की मृत्यु का कारण पता चलनेवाला हैं.
कोलसा वनपरिक्षेत्र में झरी उपवन क्षेत्र आता हैं. झरी कक्ष क्रमांक 338 परिसर के खातोेडा तालाब गश्त पर रहे वन कर्मचारियों को दो बाघों के शव दिखाई दिए. एक बाघ के पृष्ठभाग का तथा दूसरे बाघ का मामूली मांस किसी वन्यप्राणी द्बारा खाया दिखाई दिया. इसमें का एक बाघ टी- 142 नर है जिसकी आयु दो वर्ष बताई जाती है. कम आयु का दूसरा बाघ टी- 92 मादा का शावक हैं. 20 से 21 जनवरी के दौरान रात के समय दोनों बाघों की हुई झडप में मृत्यु होने की संभावना व्यक्त की जा रही है. परिसर के ट्रैप कैमरे से अधिक जानकारी इकट्ठा की जा रही है. बाघों के शव टीटीसी भेजे गये है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मृत्यु का कारण स्पष्ट होनेवाला है. घटनास्थल पर उपसंचालक नंदकिशोर काले, वनपरिक्षेत्र अधिकारी काटकर, बंडू धोत्रे, मुकेश भांडतकर, ताडोबा के वन्यजीव पशु वैद्यकीय अधिकारी रविकांत खोब्रागडे आदि उपस्थित थे.