अमरावती

दो युवा किसानों ने की आत्महत्या

एक ने लगाई फांसी, दुसरे ने कुएं में लगाई छलांग

  • धामणगांव तहसील के बोरगांव निस्ताने व उसलगव्हान की घटना

धामणगांव रेलवे प्रतिनिधि/दि. १७  – दो वर्षों से फसल न होने और ऐसे में इस बार सोयाबीन तथा कपास की फसल घर नहीं आएंगी, इस बात का यकीन होने के कारण दुखी हुए दो युवा व अविवाहित किसानों ने आत्महत्या कर ली. एक ने फांसी लगाई और दूसरे ने कुएं में छलांग लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर दी. यह घटना तहसील के बोरगांव निस्ताने व उसलगव्हान गांव में घटी. प्रितम भास्करराव ठाकरे (३०, बोरगांव निस्ताने) व दिपक प्रमोद डफले (२५, उसलगव्हान) यह दोनों आत्महत्या करने वाले युवा किसानों का नाम है. प्रितम ठाकरे के पास २ एकड खेती थी. इस बार अधिक बारिश होने के कारण खेत में पानी जमा हो गया. कपास की फसल पूरी तरह से पीली पड गयी. इस बात से परेशान प्रितम ने अपने घर में रात के समय फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. सोनास सेवा सहकारी सोसायटी का उन पर देढ लाख रुपए का कर्जा था. प्रितम अवविवाहित था उसके पीछे मां, भाई ऐसा भरा पूरा परिवार है. दूसरी घटना में दीपक प्रमोद डफले इस अविवाहित किसान ने भी अपने खेत के कुएं में कल शुक्रवार की दोपहर १ बजे छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली. दीपक के पास ५ एकड खेती थी. उसमें इस बार सोयाबीन और तुअर की फसल लगाई थी. परंतु सोयाबीन की फसल बरबाद हो गई. इस वजह से दिपक ने आत्महत्या कर ली. दीपक के खेती पर देवगांव स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्र का २ लाख रुपए कर्ज था. ऐसा दिपक के रिश्तेदार प्रदीप डफले ने बताया. दिपक के पीछे माता-पिता, छोटा भाई ऐसा भरा पूरा परिवार है. गिला अकाल के कारण फिर किसानों द्बारा आत्मघाती कदम उठाये जाने लगे है. ऐसी चर्चा गांव में शुरु है.

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