टीईटी घोटाले का टाइपिंग को भी झटका
तीन माह बीतने पर भी परीक्षा परिणाम नहीं हुआ घोषित
* राज्य के 2 लाख विद्यार्थी फंसे मुसिबत में
अमरावती/ दि.25– शिक्षक पात्रता परीक्षा में हुए घोटाले से भावी शिक्षक तो परेशानी में आये ही है, इसके साथ टाईपिन व शार्टहैंड परीक्षा देने वाले विद्यार्थी भी मुसिबत में फंसे. यह दोनों परीक्षा लेने वाले महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद के आयुक्त घोटाले में मुख्य आरोपी होने के कारण वे जेल में है. इसके कारण परिषद का कामकाज टप्प पडा है. पिछले साडे तीन महिने से कोई भी परीक्षा परिणाम घोषित नहीं हुए, जिसके कारण वे विद्यार्थी नौकरी के लिए कही भी आवेदन नहीं कर सकते.
टंकलेखन, कम्प्यूटर टंकलेखन व लघुलेखन (शार्टहैंड) इस परीक्षा का नियोजन महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद के माध्यम से किया जाता है. नवंबर 2021 में महाराष्ट्र के 2 लाख विद्यार्थियों ने कम्प्यूटर टंकलेखन की परीक्षा दी. मगर ऑनलाइन तरीके से ली गई परीक्षा का रिजल्ट साडे तीन माह बीत जाने के बाद भी परीक्षा परिषद ने घोषित नहीं किया. इसके कारण विद्यार्थी समेत महाराष्ट्र के 4 हजार टाइपिन इंस्टीट्युट के सामने समस्या निर्माण हुई है. टीईटी परीक्षा नवंबर में हुई थी. टाइपीन उत्तीर्ण का प्रमाणपत्र न होने के कारण विद्यार्थी नोैकरी के लिए आवेदन करने से वंचित रहे, रिजल्ट कब आयेगा, ऐसा विद्यार्थियों ने इंस्टीट्युट चालकों को पूछना शुरु किया हे. मगर इसका जवाब किसी के पास नहीं.
टाइपिन अभ्यासक्रम 6-6 माह ऐसे वर्ष में 2 बार बैच लिये जाते है. पहले परीक्षा का रिजल्ट मिलेबगैर दूसरा बैच का एडमिशन नहीं मिलता. परंतु परीक्षा परिषद कभी भी तीन माह के अंदर रिजल्ट घोषित नहीं करती. इसके बाद विद्यार्थी को प्रमाणपत्र देने के लिए तीन माह की देरी लगाई जाती है. इसका नुकसान विद्यार्थियों समेत इंस्टीट्युट चालकों को बर्दाश्त करना पडता है. परीक्षा के बारे में इंस्टीट्युट को बैच लिस्ट भेजने के लिए भी परिषद ने जिम्मेदारी नहीं समझी.