उद्धव, बावनकुले, सुले ने की अमरावती विजिट
गुजरते वर्ष 2023 का राजनीतिक लेखाजोखा भाग-2
* भाजपा को मिले नए अध्यक्ष, राणा की सेना से तनातनी
* यशोमति और नवनीत को मिली थी धमकियां
अमरावती/दि. 23- बीत रहे अंगे्रजी साल 2023 में अमरावती की राजनीतिक घटनाओं में प्रमुख रुप से दूसरी तिमाही में शिवसेना उबाठा पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे की वर्षो पश्चात अपने पिता बालासाहब के ननिहाल की भेंट कही जा सकती है. ऐसे ही भारतीय जनता पार्टी और राकांपा शरद पवार गुट के प्रमुख नेतृत्व चंद्रशेखर बावनकुले, सांसद सुप्रिया सुले, विपक्ष नेता बने कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने अपने-अपने दल की यहां मजबूती हेतु सभा सम्मेलन इस दौरान किए. भाजपा को नए शहर एवं जिलाध्यक्ष के रुप में विधायक प्रवीण पोटे तथा सांसद डॉ. अनिल बोंडे के रुप में नेतृत्व प्राप्त हुआ जो अब तीनों चुनाव लोकसभा, विधानसभा एवं निकाय चुनाव में पार्टी की अगुआई करेगा. देखा जाए तो सांसद नवनीत राणा और विधायक रवि राणा की शिवसेना उबाठा से सालभर ही तनातनी चलती रही. ऐसे ही प्रहार के प्रमुख एवं विधायक बच्चू कडू के बयान भी पूरे वर्ष सुर्खियों में रहे. अमरावती जिले का कह सकते हैं कि कुछ अंशों में नुकसान हुआ. यहां के स्थानीय नेता को पालकमंत्री पद से दूर रखा गया.
* आनंदराज आंबेडकर लडेंगे लोकसभा
9 जून को रिपब्लिकन पार्टी आनंदराज आंबेडकर ने ऐलान कर दिया कि अमरावती की आरक्षित सीट से लोकसभा चुनाव लडेंगे. 10 जून को भाजपा नेता नीतेश राणे अमरावती आए. उन्होंने यहां भी उबाठा शिवसेना नेता संजय राउत को प्रत्युत्तर देना जारी रखा. उन्होंने सौरभ पिंपलकर का भाजपा व्दारा साथ देने का भी ऐलान किया. जिनका नाम शरद पवार को लेकर विवादास्पद सोशल मीडिया पोस्ट में उछला था.
* बीआरएस का सदस्यता अभियान
12 जून को ही तेलंगाना के तब के सीएम के. चंद्रशेखरराव की पार्टी बीआरएस ने अमरावती जिले में विशेषकर किसानों को आकर्षिक करते हुए सदस्यता अभियान छेडा. 25 जुलाई को बीआरएस के विधायक शंकर अन्ना अमरावती आए. उन्होंने भी किसान सरकार के दावे किए. 12 जून को भाजपा ने टिफिन मिटिंग की. जिसमें सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने परोसगारी की. 20 जून को शिवसेना शिंदे गट के लिए बुरी खबर आई. जब तिवसा तहसील प्रमुख की मुंंबई में दिल का दौरा पडने से मृत्यु हो गई. स्वयं सीएम शिंदे ने उनके पार्थिव को अमरावती भेजने का प्रबंध किया. इसी दिन अवघड और महल्ले को पार्टी में पद दिए गए.
* राज्यपाल का दौरा
राज्यपाल रमेश बैस 24 जून को विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह हेतु अमरावती पधारे. उन्होंने विद्यार्थियों से स्वयं रोजगार पर बल देने का संबोधन शुद्ध हिंदी में किया.
* अमरावती मंडल का 30वें वर्ष में पदार्पण
29 जून को आपके अपने अमरावती मंडल समाचार पत्र के 29 वर्ष पूर्ण हुए. 30वें वर्ष में अमरावती मंडल ने सहर्ष, सगर्व प्रवेश किया. उसकी निष्पक्ष पत्रकारिता को जिले के सांसद, विधायक से लेकर सभी ने सराहा.
* अजीत पवार हुए अलग, अमरावती मेें बडा फर्क
2 जुलाई को राकांपा के अधिकांश विधायकों को साथ लेकर अजीत दादा पवार महायुति सरकार में सहभागी हो गए. जिसका प्रदेश के अन्य भागों की तरह अमरावती में भी प्रभाव पडा. राकांपा के बडे नेता संजय खोडके ने अजीत दादा के साथ जाने का ऐलान किया. 3 जुलाई को राकांपा के बडे नेताओं हर्षवर्धन देशमुख, सुनील वर्हाडे, शरद तसरे ने शरद पवार के संग कायम रहने की घोषणा की. अमरावती की राजनीति पर इस घटनाक्रम का अवश्य ही प्रभाव पडेगा.
* उद्धव ठाकरे से कांग्रेस ने मांगी सीट
10 जुलाई को उबाठा शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अमरावती पधारे. उन्होंने सभा सम्मेलनों को संबोधित कर अपने निष्ठावान शिवसैनिकों से वन टू वन बैठकें की. शिवसेना के कई बडे नेता आज भी उद्धव गट के साथ रहने का स्पष्ट हुआ. उद्धव के अमरावती दौरे में एक बडा डेवलपमेंट हुआ. कांग्रेस के जिले के नेताओं ने उद्धव से अमरावती लोकसभा क्षेत्र पंजे के लिए मांगा. इसी दौरान ठाकरे और विधायक राणा समर्थकों का राडा भी देखने मिला. दोनों के समर्थकों ने एक दूसरे के बैनर फाडे.
* पीएम मित्रा के शिलान्यास की घोषणा
उद्योग मंत्री उदय सामंत अमरावती पधारे. यहां उद्यम के लिए बैठकें की. पीएम नरेंद्र मोदी व्दारा घोषित पीएम मित्र के गणेशोत्सव में शिलान्यास की घोषणा कर दी. हालांकि यह अब तक हुआ नहीं है. इसी दिन मेलघाट में जनजाति महिला ने एक साथ चार बेटियों को जन्म दिया.
* कडू ने जताई नाराजगी
जुलाई माह बारिश के साथ-साथ नेताओं की घोषणाओं के कारण भी चर्चित रहा. विधायक बच्चू कडू ने मंत्रिमंडल में नहीं लिए जाने पर खुल्लमखुल्ला नाराजगी व्यक्त की. इसी दिन शिवसेना शिंदे गट के नेता तथा पूर्व विधायक अभिजीत अडसूल अमरावती आए. उन्होंने अमरावती सुरक्षित सीट से उनके अथवा पिता आनंदराव अडसूल के लोकसभा चुनाव लडने की बात कही. कडू ने 17 जुलाई को एनडीए से लोकसभा की 3 एवं विधानसभा की 10 सीटें मांगने का ऐलान किया. 15 जुलाई को राकांपा नेता तथा पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को अमरावती आए. उन्होंने शरद पवार गुट के नेताओं से भेंट कर दावा किया कि शरद पवार के एक टूर करने के बाद अमरावती में पिक्चर बदल जाएगी. 18 जुलाई को सांसद नवनीत राणा ने अपने एनडीए के साथ रहने की बात कही. उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि लेटर की कोई जरुरत नहीं है. इसी दिन विधायक कडू ने मंत्री पद का दावा छोड दिया. यह कहा कि वे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मुश्किले नहीं बढाना चाहते.
* जिला बैंक चुनाव में कडू का धमाका
वर्ष की सबसे बडी सियासी खबर 24 जुलाई को प्राप्त हुई. जब शिंदे मंत्रीमंडल में शामिल होने से वंचित रह गए बच्चू कडू ने जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष पद चुनाव में एक वोट से बाजी मार ली. उन्हें अभिजीत ढेपे का साथ मिला. जिन्हें उपाध्यक्ष पद पर चुना गया. यह वर्ष की सबसे बडी उलटफेर रही. तमतमाई कांग्रेस नेता यशोमति ठाकुर ने बच्चू कडू पर 40 करोड देकर संचालक मंडल के सदस्यों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया. इसी दिन अमरावती को नए युवा जिलाधीश के रुप में सौरभ कटियार मिले. कटियार ने आते ही समय का ध्यान देने का निर्देश अपने मातहतों को दिया.
* गडकरी आए, भिडे की सभा का मामला गरमाया
28 जुलाई को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गोकुलम गौरक्षण के कार्यक्रम की शोभा बढाई तो, शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्थान के संस्थापक संभाजी भिडे गुरुजी व्दारा बडनेरा रोड के जाधव पैलेस में महात्मा गांधी को लेकर कथित रुप से दिए गए वक्तव्य से मामला गरमा गया. कांग्रेस ने अगले ही दिन सडक से लेकर सदन तक विषय उठाया. भिडे की गिरफ्तारी की मांग करते हुए मोर्चा निकाला. यह रार दो-चार दिनों तक चली. इसी दौरान किसी ने विधायक यशोमति ठाकुर को मार देने की धमकी दे डाली. धमकाने वाले यवतमाल जिले के निवासी आरोपी कैलाश सूर्यवंशी को पुलिस 8 अगस्त को पकड सकी.
* दंगे से सभी लीडर बरी
करीब 2 साल पहले नवंबर में शहर में हुए बलवे के आरोपी भाजपा नेता को स्थानीय अदालत ने सबूतों के अभाव में बरी कर दिया. उनमें जिला अध्यक्ष तथा सांसद डॉ. अनिल बोंडे, पूर्व विधायक जगदीश गुप्ता, विधायक प्रवीण पोटे पाटिल, निवेदिता चौधरी, तुषार भारतीय से लेकर पूर्व पार्षद और कई पदाधिकारी का समावेश रहा. 7 अगस्त को भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता केशव उपाध्याय पार्टी की समीक्षा बैठक हेतु पधारे.
* कडू का एल्गार, राणा को धमकी
अगस्त माह भी समाचार सुर्खियों से सराबोर रहा. 9 अगस्त को क्रांति दिवस पर विधायक बच्चू कडू ने अपनी ही सरकार के विरुद्ध एल्गार मोर्चा निकाला. 12 अगस्त को कांग्रेस निरीक्षक कांबले अमरावती पधारे तो पार्टी नेताओं ने लोकसभा चुनाव में पंजा का प्रत्याशी देेने की मांग एक स्वर में कर डाली. 14 अगस्त को भाजयुमो ने विधायक यशोमति ठाकुर के पोस्टर फाडे. 18 अगस्त को शरद पवार राकांपा ने डॉ. हेमंत देशमुख को शहर जिला अध्यक्ष मनोनीत किया. 22 अगस्त को किसी ने सांसद नवनीत राणा को जान से मारने की धमकी दी.
* बावनकुले, वडेट्टीवार आए
25 अगस्त को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले अमरावती आए. उन्होंने पार्टी के घर-घर जनसंपर्क अभियान में हिस्सा लेकर पार्टी जनों का जोश बढाया. लोगों से मिले, उनके साथ फोटो, सेल्फी खिचवाई. इसी दिन शहर की विधायक सुलभा खोडके विदेश के अध्ययन दौरे पर रवाना हुई. सामाजिक कार्यकर्ता नितिन कदम ने बडनेरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लडने की घोषणा 25 अगस्त को ही की. 26 अगस्त को नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार अमरावती आए. उन्होंने पार्टी की चुनाव तैयारियों को देखा. भाजपा की राज्य और केंद्र सरकार पर आरोप लगाए. 29 अगस्त को नितिन कदम किसानों का मोर्चा लेकर कलेक्ट्रेट धमके. इधर कांग्रेस ने हाउस टैक्स बढोतरी के विरोध में मनपा पर हल्लाबोल आंदोलन इसी दिन किया.
* टल गए मनपा चुनाव
31 अगस्त को कोर्ट कचेहरी में लटके स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर फैसला होने से रह गया. जिससे मनपा चुनाव लडने के इच्छुकों की आशाओं पर तुषारापात हो गया. अब कहा जा रहा है कि यह चुनाव लोकसभा के पश्चात होंगे. तब तक अमरावती के लोगों को मनपा प्रशासकराज झेलना होगा. 1 सितंबर को घोषणा हो गई कि सांसद नवनीत राणा निर्दलीय के रुप में सतत तीसरा लोकसभा चुनाव लडेगी. इसी दिन विधायक बच्चू कडू ने मुंबई में क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के घर के बाहर प्रदर्शन किया.
* वसंतबाबू मालपानी पुन: अध्यक्ष
वर्ष 2023 में मनपा चुनाव तो नहीं हुए किंतु शहर की प्रतिष्ठित संस्थाओं के चुनाव अवश्य हुए. केएल कॉलेज संचालित करती गणेशदास राठी छात्रालय समिति के अविरोध चुनाव में वसंतबाबू मालपानी तीसरी बार अध्यक्ष निर्वाचित हो गए. यह घोषणा 5 सितंबर को की गई. 6 सितंबर से कांग्रेस ने जनसंवाद यात्राएं आरंभ की. शहर के विभिन्न भागों में यह यात्राएं चली. पार्टी के नेताओं ने जोरदार समर्थन का दावा किया.
* राणा का शिवसैनिक से राडा
10 सितंबर को विधायक रवि राणा का अंजनगांव में शिवसेना तहसील प्रमुख महेंद्र दिपटे से राडा हो गया. दिपटे ने पत्रकार परिषद लेकर राणा से मारपीट का दावा किया. विधायक राणा की तरफ से दिपटे और 8-10 लोगों के विरुद्ध शस्त्र लेकर हमला करने की शिकायत की गई.
* राणा और यशोमति में रार
13 सितंबर को सांसद नवनीत राणा ने विधायक यशोमति ठाकुर पर पैसे लेकर चुनाव में काम करने का आरोप लगाया. जिससे खफा विधायक ठाकुर ने राणा पर 100 करोड का मानहानी दावा करने की घोषणा की. तिमाही में अनेक राजनीतिक घटनाएं रही. फिर भी अंबानगरी को अक्तूबर माह में नए पालकमंत्री के रुप में चंद्रकांत दादा पाटिल नियुक्त हुए. चंद्रकांत दादा ने दो दौरे किए. उन्होंने प्रत्येक शुक्रवार को अमरावती आने का वादा किया.