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उध्दव ने पोर्टल बंद कर भ्रष्टाचार बढाया

बावनकुले का बडा आरोप

* नागपुर में पकडे गये हैं शिक्षा विभाग के बडे अधिकारी
* शेखर भोयर के जन्मदिन पर भव्य शिक्षक सम्मेलन
अमरावती/ दि.19 – 2014- 2019 दौरान देवेन्द्र फडणवीस सरकार ने शिक्षा क्षेत्र की नियुक्तियों हेतु पवित्र पोर्टल जारी कर पारदर्शी कामकाज शुरू किया था. किंतु मविआ सरकार उध्दव ठाकरे ने पवित्र पोर्टल बंद कर शिक्षा क्षेत्र के भ्रष्टाचार को बढावा दिया. इसी का नतीजा है कि नागपुर में शिक्षा महकमे का बडा भ्रष्टाचार का भांडा फूटा है. बडे अधिकारी जेल में डाले गये हैं. यह गंभीर आरोप पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने किया. उन्होंने कहा कि यह पवित्र पोर्टल महायुति सरकार ने पुन: शुरू कर दिया है. शिक्षा क्षेत्र की प्रत्येक भर्ती इसी के जरिए बिल्कुल पारदर्शी रूप से होगी. वे शिवाजी शिक्षा संस्था के छत्रपति शिवाजी महाराज सभागार में भाजपा शिक्षक आघाडी के विभागीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे.
मंच पर जिलाध्यक्ष व सांसद डॉ. अनिल बोंडे, शहराध्यक्ष और पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटिल, शिक्षक आघाडी के राज्य सहसंयोजक चंद्रशेखर भोयर, पूर्व सांसद नवनीत राणा, जलगांव जामोद के विधायक डॉ. संजय कुटे, विधायक सर्वश्री प्रवीण तायडे, राजेश वानखडे, प्रताप अडसड, उमेश उर्फ चंदू यावलकर, केवलराम काले, बीजेपी के पदाधिकारी सर्वश्री जयंत डेहनकर, नितिन गुडधे, संगीता शिंदे, बादल कुलकर्णी आदि सहित शिक्षक संगठन पदाधिकारी विराजमान थे.
भ्रष्ट संस्था चालक जायेंगे जेल
बावनकुले ने कहा कि महायुति सरकार ने शिक्षा जैसे पवित्र क्षेत्र को भ्रष्टाचार से मुक्त रखने का संकल्प किया है. सभी नियुक्तियां पारदर्शी और मेरिट आधार पर हो रही है. उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार करनेवाले संस्थाओं के संचालकों पर एक्शन होगी. उन्हें दोषी पाए जाने पर जेल में डालेंगे. उन्होंने लोगों से आवाहन किया कि किसी भी संस्था के कितने भी बडे लोग हो, उनके भ्रष्टाचार का सबूत लेकर आए, अवश्य कार्रवाई होगी. उसमें किसी को बचाने का प्रयत्न नहीं होने का वादा वे आज करते हैं.
अमरावती को बनाना है नंबर वन
बावनकुले ने कहा कि पालकमंत्री के रूप में उनकी अपेक्षा और आशा अमरावती को पूरे प्रांत में शिक्षा क्षेत्र में अव्वल नंबर पर लाना है. इसके लिए वे राज्य शासन से सभी प्रकार की सेवा सुविधा का वादा करते हैं. उन्होंने अध्यापको से आवाहन किया कि किसी भी सुविधा के लिए फंड आडे नहीं आयेगा. अध्यापकों को आनेवाले कल की बेहतर पीढी तैयार करनी है. आज के दौर को देखते हुए आर्टीफिशियल इंटेलीजेन्स (एआई) से निपटनेवाली संस्कारवान, सांस्कृतिक पीढी का निर्माण करना है. जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 के विकसित भारत के सर्वोत्तम नागरिक के रूप में दुनिया में नाम कमाएं.
आयेंगी उच्च शिक्षा की संस्थाएं
राजस्व मंत्री के रूप में शानदार काम कर रहे बावनकुले ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को क्रियान्वित करते हुए अमरावती में आईआईएम, आईआई टी जैसी संस्थाओं को लागने का प्रयत्न होगा. उन्होंने बताया कि गणवेश को लेकर राज्य शासन ने बेहतर निर्णय लिया कि स्थानीय शाला के जिम्मेदार ही अपने यहां का गणवेश तय करें. उन्होंने मराठी भाषा को अभिजात दर्जा दिए जाने का श्रेय पीएम मोदी और सीएम फडणवीस को दिया. समारोह में सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने कांग्रेस और राकांपा पर शिक्षा क्षेत्र का कबाडा करने एवं भारी भ्रष्टाचार करने का आरोप किया. वही पूर्व सांसद नवनीत राणा, शेखर भोयर, डॉ. संजय कुटे के भी समयोचित संबोधन हुए. बडी संख्या में 5 जिले के अध्यापक सम्मेलन में उपस्थित थे. महिलाओं की संख्या भी बडी थी. सुंदर संचालन डॉ. संंदीप जुनघरे ने किया. आभार प्रा. शीतल मेंढे ने व्यक्त किया. समारोह में पार्टी के सभी नये विधायकों का राम दरबार प्रतिमा देकर शाल श्रीफल से स्नेहिल सत्कार पालक मंत्री और शेखर भोयर के हस्ते किया गया.

* लोगों के दिल में बने पोस्टर
पालक मंत्री बावनकुले ने सामाजिक क्षेत्र में कार्य करते समय निष्ठा और समर्पण का उल्लेख करते हुए कहा कि बैनर अथवा पोस्टर पर नाम या फोटो नहीं आया तो चलेगा. लोगों के दिल में पोस्टर बन जाए, इस प्रकार का काम व समर्पण होना चाहिए.

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