अमरावती

‘उज्वला’ एक बार फिर चूल्हे पर

सिलेंडर महंगा होने से फिर जलाया जा रहा लकडी का इंधन

  • 800 रूपये से अधिक हो चुके है सिलेंडर के दाम

अमरावती/दि.13 – केंद्र सरकार द्वारा गरीब परिवारों की गृहिणियों को धुएंवाले चूल्हे से मुक्ति दिलाने हेतु ‘उज्वला’ योजना शुरू की गई थी. जिसके तहत गरीब परिवारों को गैस सिलेंडर के कनेक्शन नि:शुल्क उपलब्ध कराये गये थे. किंतु सिलेंडरों के लगातार बढते दाम की वजह से इन गरीब परिवारों के लिए सिलेंडरों की रिफिलिंग करना काफी महंगा साबित होने लगा है. जिसके चलते धीरे-धीरे उज्वला कनेक्शनधारक परिवार एक बार फिर अपने पुराने लकडीवाले चूल्हों पर लौट आये है और गरीबों की झोपडी से एक बार फिर लकडी का धुआं उठता दिखाई दे रहा है.
बता दें कि, केंद्र सरकार द्वारा गरीबी रेखा से नीचे रहनेवाले परिवारों को ‘उज्वला’ योजना के तहत नि:शुल्क गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने के साथ-साथ सभी घरेलू गैस कनेक्शन धारकों के खाते में सिलेंडर के सब्सिडी की रकम जमा करने की योजना भी शुरू की गई. किंतु कालांतर में धीरे-धीरे सब्सिडी की रकम कम होती चली गई. वहीं गैस सिलेंडर के दाम बढते चले गये. ऐसे में अब सिलेंडर पहले की तुलना में दो से तीन गुना अधिक महंगे पडने लगे है. जिन्हें खरीदना आम गरीब परिवारों के बस में नहीं है. ऐसे में उज्वला गैस योजना का लाभ लेकर गैस सिलेंडर का कनेक्शन पा चुके कई परिवारों ने एक बार फिर गैस चूल्हों को बाजू रखकर लकडी के चूल्हे जलाने शुरू कर दिये है. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इन दिनों जहां एक ओर घरेलू गैस सिलेंडरों के दामों में लगातार वृध्दि हो रही है, वहीं दूसरी ओर विगत डेढ वर्ष के दौरान कोविड संक्रमण व लॉकडाउन के चलते बडे पैमाने पर लोगों के रोजगार व कामकाज ठप्प हो गये है. जिसकी वजह से लोगों की आय का स्त्रोत भी लगभग बंद हो गया है. ऐसे में कई लोग पाई-पाई के लिए मोहताज हो गये है और उनके लिए उंचे व महंगे दामों पर गैस सिलेंडर खरीदना काफी मुश्किल साबित हो रहा है. जिसकी वजह से अपना दो वक्त का भोजन तैयार करने के लिए गरीब परिवारों की महिलाओं को एक बार फिर लकडी के चूल्हे पर लौटना पडा है.
उज्वला गैस योजना शुरू करते समय कहा गया था कि, इससे जहां एक ओर महिलाओं को धुआं उगलनेवाले चूल्हों से छुट्टी मिलेगी, वहीं उन्हें रोजाना इंधन के लिए लकडियां चुनने हेतु नहीं जाना पडेगा. यह स्थिति कुछ समय तक तो दिखाई दी, किंतु जैसे ही गैस सिलेंडरों के दामों में इजाफा होना शुरू हुआ, वैसे ही गैस चूल्हे बंद होने लगे और एक बार फिर धुआं उगलनेवाले लडकी के चूल्हे जलने लगे. यानी कुल मिलाकर उज्वला योजना अपने लक्ष्य से भटक गयी.

कैसे बढे गैस सिलेंडर के दाम

जनवरी 2019 – 713
जनवरी 2020 – 735
जनवरी 2021 – 779
अगस्त 2021 – 868

  • जिले में उज्वला योजना के लाभार्थी – 1,31,248

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