अमरावतीमहाराष्ट्र

अंतत: ‘उन’ दो महिला प्राध्यापिकाओं को विवि ने दिखाया घर का रास्ता

पत्रवार्ता लेना पडा भारी, विवि ने जारी किया सेवामुक्ति का आदेश

अमरावती/दि.23 – रसायनशास्त्र विभाग के पूर्व विभाग प्रमुख डॉ. राजेंद्रप्रसाद का साथ देने वाली दो महिला प्राध्यापिकाओं को विद्यापीठ प्रशासन में सेवामुक्त कर दिया है. जिसे लेकर 19 जनवरी को सेवामुक्ति का आदेश जारी किया गया है. जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि, विद्यापीठ प्रशासन किसी न किसी के दबाव में आकर काम कर रहा है. सेवामुक्त की गई दोनों महिला प्राध्यापिकाओं में डॉ. वी. बी. बडवाईक तथा प्रा. एस. ए. लालवाणी का समावेश है, जो रसायनशास्त्र विभाग में अंशकालीन प्राध्यापक के तौर पर कार्यरत थी.
बता दें कि, रसायनशास्त्र विभाग के पूर्व विभाग प्रमुख डॉ. राजेंद्रप्रसाद पर नैतिक अध:पतन का आरोप लगा था. जिसे पूरी तरह से गलत बताते हुए इन दोनों महिला प्राध्यापिकाओं ने पत्रवार्ता ली थी और डॉ. राजेंद्रप्रसाद पर किस तरह से गलत आरोप लगाते हुए उन्हें विद्यापीठ से बाहर किया गया. इसकी जानकारी मीडिया के सामने रखी थी.

ऐसे में डॉ. राजेंद्रप्रसाद पर लगे आरोपों का खंडन करने हेतु खुद होकर सामने आयी दोनों महिलाओं के विचारों का भी विद्यापीठ प्रशासन द्वारा संज्ञान लिया जाना था. परंतु ऐसा करने की बजाय विद्यापीठ प्रशासन ने इन दोनों महिला प्राध्यापिकाओं को सीधे घर का रास्ता दिखा दिया. जिससे खुद विद्यापीठ के गलियारों में अब यह चर्चा चल रही है कि, विद्यापीठ प्रशासन द्वारा ‘चोर को छोड संन्यासी को फांसी’ वाला प्रकार किया जा रहा है. साथ ही इन दोनों महिला प्राध्यापिकाओं को सेवामुक्त करने का आदेश जारी करने वाले विद्यापीठ के कुलसचिव की कृति इस समय संदेह के घेरे में कही जा रही है.

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