अमरावती

एक,दो व पांच की नोट पर अघोषित ‘नोटबंदी’

नागरिकों में संभ्रम निर्माण

चांदूर बाजार प्रतिनिधि/दि.८ – सरकार द्वारा नोटबंदी किए जाने पर पहले ही नारिकों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पडा था. अब २ हजार रुपए की नोट भी बाजारों से गायब हो रही है. जिसमें नागरिकों में संभ्रम निर्माण हो रहा है. ऐसे में अब एक,दो व पांच रुपए की नोट भी छोटे व्यापारियों द्वारा स्वीकारी नहीं जा रही है. बैंक की ओर से पांच की नोट व्यापारियों को दी जा रही किंतु छोटे दुकानदार उसे स्वीकार नहीं कर रहे. जिसकी वजह से अब पांच की नोट की स्थिति न इधर की ना उधर की ऐसी हो गई है. उसी प्रकार एक और दो रुपए की नोट का भी चलन दिखायी नहीं दे रहा. शासन द्वारा इन नोटों के बारे में किसी भी प्रकार की घोषणा नहीं की गई. किंतु इन नोटों पर अघोषित बंदी दिखायी दे रही है.
इन नोटों को बाजारों में ना ही दुकानदान स्वीकार रहे है और दुकानदारों से ग्राहक भी नोट लेने में आनाकानी कर रहे है. अब गेंद जिलाधिकारी के पाले में जिलाधिकारी द्वारा ही इन नोटो के संदर्भ में जानकारी देकर लोगों की अडचने दूर करना चाहिए. ऐसी मांग नागरिकों द्वारा की जा रही है. पांच की नोट के अलावा एक व दो रुपए की नोट भी अनेकों वर्षो से बाजारों में दिखायी नहीं दे रही. किंतु एक,दो व पांच रुपए के सिक्के अब भी चलन में है. किंतु नोट चलन में नहीं है जिससे लेन-देन में सामान्य ग्राहकों व दुकानदारों को अडचने आ रही है. चांदूर बाजार के व्यापारी विनोद भुतडा ने कहा कि बैंक द्वारा पांच रुपए के बंडल दिए जा रहे है. किंतु दुकानदार व ग्राहक इसे स्वीकारने के लिए तैयार नहीं है. ग्राहको का संभ्रम वरिष्ठ अधिकारियों ने दूर करना चाहिए.

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