‘ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते’ अंतर्गत 858 छोटे बच्चों को माता-पिता से मिलवाया
मध्य रेलवे के सुरक्षा बल के सफल प्रयास
अमरावती/दि. 27– मध्य रेलवे विभाग के रेलवे स्टेशन परिसर, प्लेटफार्म की रेलवे पुलिस और अन्य ड्यूटी पर रहने वाले कर्मचारियों ने अप्रैल से नवंबर 2023 की कालावधि में ‘ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते’ अंतर्गत 858 छोटे बच्चों को रिहा किया है. इसमें 591 बालक और 267 बालिकाओं का समावेश रहे और चाइल्ड लाइफ नामक स्वयंसेवी संस्था की सहायता से इन बालकों को उनके पालकों से फिर मिलावकर उनके स्वाधीन किया गया. मुंबई रेलवे विभाग ने सर्वाधिक यानी 252 बालकों की रिहाई की है.
रेलवे सुरक्षा बल के पास रेलवे संपत्ति, यात्री क्षेत्र और यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है. ‘ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते’ अंतर्गत छोटे बच्चों को अवैध काम से बचाने के लिए जिम्मेदारी भी वे उचित तरीके से संभाल रहे हैं. कुछ विवादों के कारण अब तक कोई पारिवारिक समस्या के कारण या फिर अच्छी जीवनशैली या शहर के ग्लैमर आदि की खोज में अपने परिवार को कुछ न बातते हुए रेलवे स्टेशन पर आनेवाले बच्चे रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवानों की नजर में आते हैं. यह प्रशिक्षित रेवले सुरक्षा बल के कर्मचारी उन बच्चों से संपर्क करते हैं और उनके समस्या समझ लेते हैं. उन्हें उनके पालकों से फिर मिलने की सलाह दी जाती है. रेलवे की इस सराहनीय सेवा के प्रति अनेक पालक उनका दिल से आभार और कृतज्ञता व्यक्त करते हैं.
* उपक्रम प्रशंसनीय
रेलवे का ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते उपक्रम काफी प्रशंसनीय साबित हो रहा है. घर से विविध कारणों से भागने वाले बच्चों का उचित तरीके से समुपदेशन व मार्गदर्शन किया जाता है. माता-पिता का बच्चों के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान और जानकारी देकर उनका मन परिवर्तन कर छोटे बच्चों को पालकों के स्वाधीन किया जाता है. इस अभियान को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है.
– जीवन चौधरी,
जनसंपर्क अधिकारी, मुंबई