संचमान्यता की प्रस्तावित खामिया शिक्षकों के लिए अन्यायकारक
शिक्षक संघर्ष संगठना की अध्यक्षा संगीता शिंदे का शिक्षामंत्री को पत्र
अमरावती प्रतिनिधि/दि.५ – संचमान्यता की प्रस्तावित खामिया शिक्षकों के लिए अन्यायकारक है. राज्य के सभी प्राथमिक तथा माध्यमिक शालाओं के शिक्षक के सर्वागिन पद निश्चित करने के लिए संचमान्यता पत्र का विशेष उल्लेख किया जाता है. किंतु विद्यार्थियों की तुलना में शिक्षक संख्या निर्धारित कर शिक्षकों पर अन्याय करने का निर्णय शिक्षा विभाग द्वारा लिया गया. जिसमें संचमान्यता की प्रस्तावित खामियों को दूर करने की मांग शिक्षक संघर्ष संगठना की अध्यक्षा संगीता शिंदे द्वारा की गई. उन्होंने इस आशय का पत्र शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड को दिया.
पत्र में कहा गया है कि हाल ही में २८ अगस्त २०१५ के शासन निर्णय अनुसार दुरुस्त किए गए शासन निर्णय अनुसार कक्षा १ से ५ व कक्षा ६ से ८ के पद शिक्षा अधिकार कानून के अनुसार मंजूर करवाए जाए. पटसंख्या बढ जाने पर ज्यादा पद मंजूर करें पटसंख्या कम होने पर उसी प्रमाण में पद भी घटाए ऐसी मांग संगीता शिंदे ने की है. जिसमें कक्षा ९ से १० के पद मंजूर करते समय कक्षा निहाय प्रत्येक कक्षा के लिए १.५ शिक्षक के प्रमाण से मंजूर करें. कार्यलय व शिक्षक के पद शाला के मंजूर शिक्षकों के पदानुसार प्रस्तावित है. प्रत्येक शाला में एक कला शिक्षक व क्रीडा शिक्षक की नियुक्ती की मांग भी संगीता शिंदे द्वारा पत्र में की गई.