अमरावतीमहाराष्ट्र

केंद्रीय मंत्री गडकरी करेंगे नई 8 मंजिल के भवन का लोकार्पण

संत अच्युत महाराज हार्ट अस्पताल अब 250 बेड का

* हजारों हार्ट ऑपरेशन हो चुके हैं सफल
* नई कैथ लैब का भी शुभारंभ
* अमरावती का पूरे प्रांत में है हार्ट सर्जरी में नाम
अमरावती/दि.19-हार्ट सर्जरी के क्षेत्र में संपूर्ण राज्य में अमरावती का नाम बडा करनेवाले अच्युत महाराज अस्पताल ने हृदय रोगियों के लिए सुविधाएं बढा दी है. जिससे अधिकाधिक हृदय रोगियो को लाभ होने वाला है. पहले ही दिल के हजारों मरीजों को ऑपरेशन और अन्य उपचार से नया जीवन देने वाले संत अच्युत महाराज हार्ट अस्पताल में नए आठ फ्लोर के भवन तथा नई कैथ लैब का लोकार्पण दो दिनों पश्चात शनिवार 22 मार्च को सबेरे 11 बजे होने जा रहा है. देश के अत्यंत लोकप्रिय सडक परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के हस्ते यह लोकार्पण किए जाने की अच्छी खबर अस्पताल प्रबंधन ने दी है. आज दोपहर आयोजित पत्रकार परिषद में उक्त जानकारी देते हुए अब तक के कुछ आंकडे भी मीडिया से शेयर किए गये. उन्होंनें बताया कि अस्पताल अब 250 बेड का हो जायेगा. जिसमें 35 बिस्तर का कार्डियोलॉजी वार्ड है.
प्रबंधन ने बताया कि, इमारत लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष डॉ. अनिल सावरकर करेंगे. उसी प्रकार संत सचिन देव महाराज विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे. समारोह में समस्त क्षेत्र वासियों से अपनी यथासमय उपस्थिति का आग्रह अस्पताल की कार्यकारी समिति, सभी डॉक्टर्स, स्टाफ ने किया है. उल्लेखनीय है कि, संत अच्युत महाराज हार्ट अस्पताल में ह्दय रोग संबंधी सभी प्रकार की जांच अत्यल्प शुल्क में निष्णांत चिकित्सक करते हैें. उसी प्रकार ह्दय के ऑपरेशन भी यहां देश के प्रसिद्ध ह्दयरोग तज्ञ अत्यल्प शुल्क अथवा नि:शुल्क किए जाते है. एंजियोग्राफी व एंजियोप्लास्टी भी नाममात्र के शुल्क में की जाती है. अनगिनत गरीब मरीजों को यहां की सेवा सुश्रुषा का लाभ प्राप्त हो चुका है. अब अस्पताल का नया विस्तृत भवन बना है, जिससे निश्चित ही ऑपरेशन की संख्या बढेगी. अधिकाधिक रुग्णों को बीमारियों से निजात मिलेगी.

* अब तक 3371 ओपन हार्ट सर्जरी
काफी लोगों को भरोसा नहीं होगा. किंतु इस अस्पताल में अब तक 3371 ओपन हार्ट सर्जरी हो चुकी है. 36875 एनजीओग्राफी करने के साथ 18802 एनजीओप्लास्टी भी हो चुकी है. 2488 सीएबीजी, 25 बेंटाल, 69 आइवी फिल्टर सर्जरी हो चुकी है. संत अच्युत महाराज हार्ट अस्पताल के मुंबई के ऑपरेशन जोड ले तो यह संख्या 64310 हो गई है. किसी भी बडे हार्ट अस्पताल की टक्कर के ऑपरेशन यहां सफलतापूर्वक हुए है. 7 जुलाई 2006 से अस्पताल अब तक प्रगति और यश प्राप्त करते गया है. 381 पेसमेकर प्रत्यारोपण हो चुके हैं.

* नये भवन में दो सीवीटीएस थिएटर
अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि नये भवन में दो कैथ लैब, दो नये सीवीटीएस ऑपरेशन थिएटर, 25 विशेष कक्ष, 65 आईसीयू बेड और 35 बेड का सीवीटीएस वार्ड का समावेश है. निश्चित हीे हृदय रोगियों की सेवा सुश्रुषा बढनेवाली है.

* 10 रूपए प्रति ईंट
उल्लेखनीय है कि श्री संत अच्युत महाराज ने सामान्य लोगों को हृदय रोग होने की स्थिति में बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लक्ष्य को लेकर जन-जन से 10 रूपए प्रति ईंट चंदा लेकर अस्पताल की स्थापना प्रारंभ की थी. लोगों के सहभाग से हार्ट अस्पताल का पहला कदम मजबूती से रखा गया. आज विदर्भ में स्वास्थ्य सेवा की अनुपम मिसाल यह अस्पताल बन गया है.

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